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बाबा महाकाल की सवारी का बदला मार्ग, आक्रोशित लोगों ने कहा-परंपरा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं, होगा जन आंदोलन

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Published : Oct 3, 2022, 9:31 PM IST

Updated : Oct 3, 2022, 11:04 PM IST

उज्जैन में 11 अक्टूबर को पीएम मोदी के दौरे को लेकर दशहरा पर्व पर निकलने वाली बाबा महाकाल की सवारी का मार्ग प्रशासन ने बदला है. जिसको लेकर लोगों में गुस्सा है. आम जन ने बीजेपी नेता के जरिए नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि महाकाल की सवारी का मार्ग ना बदला जाए वरना जन आंदोलन होगा. mahakal sawari route change, mahakal sawari route change people angry, baba mahakal sawari in ujjain, pm modi visits ujjain on 11 October

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बाबा महाकाल की सवारी

उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध दक्षिण मुखी ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल प्रत्येक वर्ष श्रावण-भादौ माह, हरि हर मिलन व दशहरा पर्व पर नगर भ्रमण के लिए भक्तों का हाल जानने अलग अलग तय मार्गों से परंपरा अनुसार निकलते हैं. इस बार बाबा महाकाल जिस मार्ग से निकलते हैं, उसमें बदलाव किया जा रहा है. जिसको लेकर आम जन ने बीजेपी नेता सत्यनारायण चौहान के जरिए नाराजगी जाहिर की है. mahakal sawari route change, mahakal sawari route change people angry

मार्ग ना बदलने की विनती: दशहरा पर्व पर तय मार्ग से निकलने वाली सवारी को लेकर आम जन ने भाजपा नेता सत्यनारायण चौहान के माध्यम से अपनी बात रखी है. उनका कहना है हमें पता चला है इस बार सीएम सवारी में शामिल हो रहे हैं और मार्ग भी बदला जा रहा है. जो की परंपरा के अनुचित और परंपरा से खिलवाड़ है. उन्होंने कहा कि हम यह नहीं होने देंगे. अगर मार्ग बदला गया तो जन आंदोलन करेंगे. सवारी में जैसे चाहे सजावट प्रशासन करें लेकिन मार्ग नहीं बदलें यह हाथ जोड़ कर विनति है.

बाबा महाकाल की सवारी का बदला मार्ग

Last Shahi Sawari सोमवार को बाबा महाकाल की निकलेगी शाही सवारी, सिंधिया भी होंगे शामिल, ये है ट्रैफिक प्लान

बाबा महाकाल साल में एक बार प्रजा का हाल जानने आते हैं: दरअसल बाबा महाकाल की सवारी शाम 4 बजे पूजन अर्चन के बाद दशहरा मैदान जहां रावण दहन होता है. वहीं पास में मंदिर पर पूजन अर्चन के लिए पहुंचती हैं. सवारी महाकालेश्वर मन्दिर से तोपखना, मालीपुरा, देवास गेट, चामुंडा माता मंदिर चोराहा, ब्रिज उतर इंदिरा गांधी प्रतिमा चैराहा होते हुए पुलिस कंट्रोल रूम के सामने से दशहर मैदान पहुंचती है. यही मार्ग लौटने का रहता है. मंदिर से निकलते वक्त और दशहरा मैदान तरफ आरती पूजन अभिषेक होता है. इस दौरान हर कोई बाबा के दर्शन के लिए लालायित रहता है. दर्शन का एक कारण यह भी है की भगवान नए शहर में पुराने शहर से साल में दशहरा पर ही आते हैं.

लौटते वक्त मार्ग बदलने की चर्चा: दरअसल जो विवाद है वो यह कि सवारी लौटते वक़्त मार्ग को बदलने की योजना पर प्रशासन विचार कर रहा है. माली समाज ने इस जन आंदोलन की तैयारी की है क्योंकि मालीपुरा वो मार्ग है, जहां भगवान आते-जाते वक्त दोनों समय आम जन को दर्शन देते हैं. शासन अगर रूट बदलने पर विचार कर रहा है तो कारण 11 अक्टूम्बर को महाकाल लोक के शुभारंभ के लिए पीएम मोदी के कार्यक्रम से जुड़ा है, क्योंकि सवारी के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जन जन को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण देंगे. इसी के चलते इस बार सवारी का स्वरूप भव्य किया जा रहा है. संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि अभी मामले में तय रूप रेखा नहीं बनी है, निर्णय लेना बाकी है. ( mahakal sawari route change) (mahakal sawari route change people angry) (baba mahakal sawari in ujjain) (pm modi visits ujjain on 11 October)

उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध दक्षिण मुखी ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल प्रत्येक वर्ष श्रावण-भादौ माह, हरि हर मिलन व दशहरा पर्व पर नगर भ्रमण के लिए भक्तों का हाल जानने अलग अलग तय मार्गों से परंपरा अनुसार निकलते हैं. इस बार बाबा महाकाल जिस मार्ग से निकलते हैं, उसमें बदलाव किया जा रहा है. जिसको लेकर आम जन ने बीजेपी नेता सत्यनारायण चौहान के जरिए नाराजगी जाहिर की है. mahakal sawari route change, mahakal sawari route change people angry

मार्ग ना बदलने की विनती: दशहरा पर्व पर तय मार्ग से निकलने वाली सवारी को लेकर आम जन ने भाजपा नेता सत्यनारायण चौहान के माध्यम से अपनी बात रखी है. उनका कहना है हमें पता चला है इस बार सीएम सवारी में शामिल हो रहे हैं और मार्ग भी बदला जा रहा है. जो की परंपरा के अनुचित और परंपरा से खिलवाड़ है. उन्होंने कहा कि हम यह नहीं होने देंगे. अगर मार्ग बदला गया तो जन आंदोलन करेंगे. सवारी में जैसे चाहे सजावट प्रशासन करें लेकिन मार्ग नहीं बदलें यह हाथ जोड़ कर विनति है.

बाबा महाकाल की सवारी का बदला मार्ग

Last Shahi Sawari सोमवार को बाबा महाकाल की निकलेगी शाही सवारी, सिंधिया भी होंगे शामिल, ये है ट्रैफिक प्लान

बाबा महाकाल साल में एक बार प्रजा का हाल जानने आते हैं: दरअसल बाबा महाकाल की सवारी शाम 4 बजे पूजन अर्चन के बाद दशहरा मैदान जहां रावण दहन होता है. वहीं पास में मंदिर पर पूजन अर्चन के लिए पहुंचती हैं. सवारी महाकालेश्वर मन्दिर से तोपखना, मालीपुरा, देवास गेट, चामुंडा माता मंदिर चोराहा, ब्रिज उतर इंदिरा गांधी प्रतिमा चैराहा होते हुए पुलिस कंट्रोल रूम के सामने से दशहर मैदान पहुंचती है. यही मार्ग लौटने का रहता है. मंदिर से निकलते वक्त और दशहरा मैदान तरफ आरती पूजन अभिषेक होता है. इस दौरान हर कोई बाबा के दर्शन के लिए लालायित रहता है. दर्शन का एक कारण यह भी है की भगवान नए शहर में पुराने शहर से साल में दशहरा पर ही आते हैं.

लौटते वक्त मार्ग बदलने की चर्चा: दरअसल जो विवाद है वो यह कि सवारी लौटते वक़्त मार्ग को बदलने की योजना पर प्रशासन विचार कर रहा है. माली समाज ने इस जन आंदोलन की तैयारी की है क्योंकि मालीपुरा वो मार्ग है, जहां भगवान आते-जाते वक्त दोनों समय आम जन को दर्शन देते हैं. शासन अगर रूट बदलने पर विचार कर रहा है तो कारण 11 अक्टूम्बर को महाकाल लोक के शुभारंभ के लिए पीएम मोदी के कार्यक्रम से जुड़ा है, क्योंकि सवारी के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जन जन को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण देंगे. इसी के चलते इस बार सवारी का स्वरूप भव्य किया जा रहा है. संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि अभी मामले में तय रूप रेखा नहीं बनी है, निर्णय लेना बाकी है. ( mahakal sawari route change) (mahakal sawari route change people angry) (baba mahakal sawari in ujjain) (pm modi visits ujjain on 11 October)

Last Updated : Oct 3, 2022, 11:04 PM IST
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