उज्जैन। केंद्रीय भैरवगढ़ जेल में हुए कर्मचारियों के डीपीएफ 15 करोड़ की राशि गबन मामले में पूर्व उज्जैन जेल अधीक्षक ऊषा राज और जेल के कर्मचारियों के पैसों के गबन का मुख्य आरोपी बाबू रिपुदमन, दोनों की ही भूमिका अब तक सामने आई है. दोनों की गिरफ्तारी के बाद अब सोमवार को पुलिस व SIT ने रिमांड पूरी होने के बाद फिर कोर्ट में पेशी कराई, इस दौरान सभी 5 आरोपियों को भी पुलिस व SIT ने पेश किया, जहां से कोर्ट ने पांचो आरोपियों को 5 दिन के लिए यानी 31 मार्च तक के लिए बड़ा दी गई है.
आरोपियों के निकले आंसू: उज्जैन जिला कोर्ट से बाहर निकल कर ऊषा राज रोते हुए कहा कि "ऐसा थोड़ी होता है मुझे और मेरी बेटी को फंसाया जा रहा है. जबरन कोरे कागज पर पुलिस ने साइन कराए हैं, मैं एक महिला हूं और मुझ पर अत्याचार किया जा रहा है." इसके साथ ही गबन कांड में गिरफ्तार किए गए सटोरिए रोहित ने कहा कि "मुझे फंसाया जा रहा है." बता दें कि उज्जैन केंद्रीय जेल भेरूगढ़ के बाबू रिपुदमन और ऊषा राज दोनों के शासकीय आवास में पुलिस व SIT को सर्चिंग के दौरान DPF राशि गबन मामले में कुछ जरूरी दस्तावेज मिले हैं. अब तक आधिकारिक तौर पर 5 आरोपियों की ही गिरफ्तारी हुई है, वहीं 30 से 32 संदिग्धों से पूछताछ की बात पुलिस व SIT द्वारा साझा की गई है.
जेल में कर्मचारियों के डीपीएफ घोटाले में 5 दिन की रिमांड पर गए आरोपियो के नाम:
- आरोपी रोहित चौरसिया (निवासी- देवास)
- आरोपी रिंकू सिंह (निवासी- उज्जैन)
- आरोपी हरीश गहलोत (निवासी- उज्जैन)
- रिपुदमन सिंह रघुवंशी (निवासी- उज्जैन), जो अकॉउंटेंट के पद पर था.
- तत्कालीन जेल अधीक्षक ऊषा राज (निवासी- सागर)