उज्जैन। संस्कृत विश्वविद्यालय जल्द ही कंप्यूटर में संस्कृत की भाषा बनावाएगा. ये अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि होगी, जिससे संस्कृत पढ़ने वाले विद्यार्थी जल्दी संस्कृत सहित अन्य भाषाओं का ज्ञान कंप्यूटर पर ले सकेंगे. इसके अलावा मेडिकल क्षेत्रों के डॉक्टर को वेदों की जानकारी भी दी जाएगी. ताकि वेदों के मेडिकल ज्ञान वाले भंडारण को जन-जन तक पहुंचाया जा सके. उज्जैन विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर अखिलेश पांडे को महाऋषि पाणिनि संस्कृत विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया है. उज्जैन के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि एक कुलपति को दो विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी दी गई.
कुलपति पांडे ने कहा कि जल्द ही संस्कृत विश्वविद्यालय में कुछ नए कोर्स और संस्कृत के नए पाठ्यक्रम से जोड़ने के साथ-साथ समाज से जोड़ने की पहल भी की जाएगी.
संस्कृत भाषा में होगा की बोर्ड
प्रोफेसर और नए नियुक्त कुलपति पांडे की मानें तो जल्द ही कंप्यूटर के कीबोर्ड पर संस्कृत भाषा को ले आएंगे. कंप्यूटर में उतने सॉफ्टवेयर डेवलप नहीं हुए हैं. लेकिन इस पर काम जल्द शुरू हो इसके लिए कंप्यूटर साइंस वालों से बात करेंगे. इससे संस्कृत पढ़ने वाले विद्यार्थियों को कंप्यूटर का ज्ञान भी ले सकेंगे और कंप्यूटर के माध्यम से संस्कृत भी लिख सकेंगे.
मेडिकल के क्षेत्र में बढ़ावा दिया जाएगा
जल्दी ही संस्कृत के वेदों को मेडिकल के क्षेत्र से जोड़ा जाएगा और वेदों में मेडिकल की अपूर्व गायन और भंडारण को सजाकर आम लोगों तक पहुंचाया जाएगा. इसके साथ ही संस्कृत को समाज में ले जाना और दूसरे विषयों से जोड़ने का काम भी किया जाएगा. इंजीनियरिंग और मेडिकल के क्षेत्र में वेदों में जानकारी दी जाएगी.