मुंबई : फिल्म ट्रेड एनालिस्ट कोमल नाहटा के पॉडकास्ट ‘गेम चेंजर्स’ का बहुप्रतीक्षित पहला एपिसोड रिलीज़ हो चुका है, जिसमें भारतीय सिनेमा के सबसे प्रतिष्ठित फिल्ममेकर राजकुमार हिरानी ने शिरकत की. इस बेबाक बातचीत में हिरानी ने अपनी क्रिएटिव प्रोसेस और उन चुनौतियों के बारे में खुलकर बात की, जिनका सामना करते हुए उन्होंने ऐसी फिल्में बनाई हैं, जो सालों बाद भी दर्शकों को ताज़ा लगती हैं.
जब नाहटा ने उनसे फिल्मों के लिए नए और अनोखे आइडियाज बनाए रखने के दबाव के बारे में पूछा, तो हिरानी ने अपनी ब्लॉकबस्टर फिल्म पीके के सफर को याद किया. उन्होंने कहा, "हां, हमें याद है जब हमने पीके लिखी थी, तो हमें बहुत खुशी हुई कि हमने एक अनोखा आइडिया लिखा है, जो कहीं और नहीं था." हालांकि, जल्द ही यह खुशी चिंता में बदल गई, जब किसी ने उन्हें बताया कि इस फिल्म की कहानी पहले ही लिखी जा चुकी है.
हिरानी ने कहा, "किसी ने हमसे कहा कि यह फिल्म पहले से लिखी जा चुकी है, जब हमने जाकर वह देखी, तो हम हैरान रह गए।, अगर हम इसे बनाते, तो लोग कहते कि हमने इसे कॉपी किया है, इसलिए हमें चिंता होने लगी'.
इसके बाद, फिल्म की टीम इस दुविधा से जूझती रही और करीब एक महीने तक यह तय नहीं कर पाई कि आगे क्या किया जाए, लेकिन फिर, अचानक एक बड़ा आइडिया सामने आया. हिरानी ने बताया, "एक दिन अभिजात (जोशी) आए और बोले कि हम इसे ऐसे दिखाते हैं कि वह भगवान को ढूंढ रहा है और जब उसे नहीं मिलता, तो वह कोर्ट केस कर देता है, मैंने कहा, ‘यह दिलचस्प है, चलो इसे और डेवलप करते हैं."
हालांकि, इस चुनौती का सामना करने के बाद भी मुश्किलें खत्म नहीं हुईं, जब फिल्म की स्क्रिप्ट तैयार हो रही थी, तब हिरानी और उनकी टीम को पता चला कि ओएमजी – ओह माय गॉड! नामक फिल्म भी इसी थीम पर बनी है. उन्होंने आगे कहा, "तब हमें यह आइडिया भी छोड़ना पड़ा," जिससे यह साबित होता है कि फिल्म निर्माण की रचनात्मक प्रक्रिया लगातार बदलती और विकसित होती रहती है.