उज्जैन। जीवाजी वेध शाला में पृथ्वी, सूर्य, चंद्रमा व काल चक्र को आसानी से समझा जा सकता है. गुरुवार 22 जून को साल का सबसे बड़ा दिन है. जिसे लेकर देश भर के लोगों में भी अलग ही उमंग होती है. आज के दिन में दोपहर 12:28 मिनट पर कर्क रेखा के आस पास वाले सभी स्थानों पर आम जन की परछाई गायब होती देखी जाती है, ऐसा पहली बार नहीं प्रत्येक वर्ष होता है. सूर्य उत्तरायण से दक्षिणायन की ओर प्रवेश करते हैं. जिससे दिन छोटे और रात बड़ी होने लगती है 22 जून का दिन 13 घण्टे 34 मिनट का तो रात 10 घण्टे 26 मिनट की होती है.
ये तारीखें हैं अहम: उज्जैन जीवाजी वेधशाला में गुरुवार को आज मौसम खराब होने के कारण सूर्य पूरी तरीके से साफ नहीं दिख रहा है. हल्के-हल्के परछाई देखने को मिल रही है लेकिन हल्की परछाई से भी पता चल रहा है कि सूर्य की जो परछाई दिखती थी वह जमीन में उतर गई. साथ ही सूर्य की चरम क्रांति इस दिन 23 डिग्री 26 मिनट व 16,7 सेकंड होती है. 22 जून के बाद दिन छोटे व रात बड़ी तो वहीं 23 सितंबर 2023 को फिर खगोलीय घटना के कारण दिन व रात बराबर होंगे.
इसलिए गायब हुई परछाई: उज्जैन अधीक्षक जीवाजी वेध शाला उज्जैन राजेंद्र प्रसाद गुप्त ने बताया कि आज 22 जून के दिन उत्तरी गोलार्द्ध के लिए काफी महत्वपूर्ण है, चूंकि पृथ्वी सूर्य के चारों और घूमती है तो 22 जून के अंतराल में सूर्य कर्क रेखा की ओर लंबत होता है सूर्य की चरम क्रांति इस दिन 23 डिग्री 26 मिनट व 16,7 सेकंड होती है, इसी कारण कर्क रेखा के नजदीक जितने भी स्थान है वहां 12 बजे के आस पास परछाई गायब देखी जाती है. उज्जैन में ये दृश्य 22 जून दोपहर 12:28 पर देखा गया. सूर्य सुबह 5 बज कर 42 मिनट पर उदय व 7 बज कर 16 मिनट पर अस्त होता है. इस प्रकार से 13 घण्टे 34 मिनट का दिन है व 10 घण्टे 26 मिनट की रात है. 22 जून से सूर्य उत्तरायण से दक्षिणायन की ओर जाने लगेंगे व जिससे दिन छोटे और रात बड़ी होने लगेगी, 23 सितंबर से दोबारा दिन रात बराबर हो जाएंगे.