उज्जैन। आंधी-तूफान से महाकाल लोक में हुई तबाही का निरीक्षण करने लोकयुक्त टीम भोपाल से उज्जैन पहुंची. शनिवार को टीम ने एक एक प्रतिमा व लोक का अवलोकन किया और रिपोर्ट तैयार की है. 28 मई को महाकाल लोक में 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आए तूफान के कारण सप्तऋषियों की 6 मूर्तियों को नुकसान पहुंचा था इसके बाद से लगातार राजनीति गर्म आ रही थी. भोपाल से आए नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के दल में प्रमुख सचिव नीरज ने मूर्तियों के रखरखाव और देखरेख को लेकर दिशा निर्देश जारी किए.
सुरक्षा व्यवस्था की देख-रेख: नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मण्डलोई ने कहा कि उज्जैन में 28 तारीख को जो आंधी तूफान आया था उसके कारण सप्त ऋषि की मूर्तियों को जो नुकसान हुआ है उसको लेकर और इस पूरे महाकाल लोक के सामान्य संधारण, संचालन, सामान्य मेंटेनेंस की सुरक्षा व्यवस्था विषयों, इन सब विषयों पर विचार करने के लिए तैयारी कराई जा रही है. नगर निगम स्मार्ट सिटी महाकालेश्वर मंदिर समिति जिला प्रशासन की सभी संस्थाएं इसके संचालन में सुरक्षा में शामिल हैं. उनके बीच में राज्य शासन से उसे एम्यू भी बना है उस एम्यु का जिसकी जो जिम्मेदारी है. वह स्थान गंभीरता से क्रियान्वित हो और जो चीजें बनी हैं वह सब वेलमेंटेन रहें सुरक्षित रहे और इनकी व्यवस्था नागरिकों की रक्षा के लिए हमको एक ठोस नीति भी बनाना है और उस दिशा में काम कर रहे हैं.
कांग्रेस विधायक ने की थी शिकायत: उज्जैन महाकाल लोक में मूर्तियों को हुए नुकसान को लेकर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस लगातार उठा रही है. तराना से विधायक महेश परमार ने भी भ्रष्टाचार की जांच के लिए लोकयुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी और कांग्रेस का एक दल महाकाल लोक का दौरा करने भी आया था. पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता का दल कमलनाथ के निर्देश पर गठित की गई समिति द्वारा आया था जो एक रिपोर्ट कमलनाथ को सौंपेंगे.