उज्जैन। आज भादो मास का आखिरी सोमवार है और बाबा महाकाल की अंतिम शाही सवारी निकाली जाएगी. विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से शाम 4:00 बजे महाकाल के मनमहेश और चंदमौलेश्वर रूप का पूजन कर सभा मंडप से परंपरागत अनुसार बाबा की शाही सवारी निकाली जाएगी. इसके लिए महाकाल मंदिर के गर्भ गृह से लेकर पूरे मंदिर को फूलों से सजाया गया है.
बाबा महाकाल की सवारी निकालने से पहले विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर का शिखर का ध्वज बदला गया है. परंपरा अनुसार प्रत्येक शाही सवारी के पहले मंदिर का ध्वज बदला जाता है. बाबा की शाही सवारी के लिए महाकाल मंदिर से लेकर पूरे सवारी मार्ग को फूलों से सजाया गया है.
वहीं दूसरी और हरसिद्धि माता मंदिर चौराहे पर बरसों से एक बड़े शेर की प्रतिमा लगाई हुई है. सवारी के पहले यहां शेर की प्रतिमा के पास माता दुर्गा की प्रतिमा रखी गई है, जो की आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.
वहीं रंग-बिरंगे कपड़ों के झंडों से भी मार्गों को सजाया गया है, जिससे कलरफुल नजारा देखने को मिल रहा है. बाबा महाकाल की आज भादो की आखिरी शाही सवारी बड़े ठाठ बाट से निकाली जाएगी. कोरोना वायरस के चलते इस बार परंपरागत मार्ग से सवारी को नहीं निकालते हुए परिवर्तन मार्ग से निकाला जाएगा. वहीं बाबा महाकाल की शाही सवारी के दर्शन जो भी श्रद्धालु करना चाहते हैं. वो सोशल मीडिया के माध्यम से या टीवी चैनल के माध्यम से घर बैठे सीधा प्रसारण से दर्शन कर सकेंगे.