उज्जैन। ठेका श्रमिकों के समर्थन में भीम आर्मी को 12 अक्टूबर यानी सोमवार को ग्रेसिम गेट पर धरना आंदोलन करना था. लेकिन उससे पहले ही कोर्ट ने प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी. आंदोलन के लिए अड़े भीम आर्मी और श्रमिक नेता को आखिरकार पुलिस को हिरासत में लेना ही पड़ा. आंदोलन की चेतावनी के चलते पुलिस ने रात से ही ग्रेसिम उद्योग गेट से लेकर बिरलाग्राम चौराहे तक का मार्ग छावनी में बदल दिया था.
रविवार को एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी और एडिशनल एसपी आकाश भूरिया ने आंदोलनकारी नेताओं से चर्चा की, लेकिन बात नहीं बनी. आंदोलनकारी सोमवार को आंदोलन करने की बात पर अड़े रहे. समझाइश की तमाम कोशिशें नाकाम होने के बाद प्रशासन को सख्त रवैया अपनाने के लिए मजबूर होना पड़ा. औद्योगिक क्षेत्र में पुलिस बल लगाने के साथ-साथ नेताओं को हिरासत में लेने का निर्णय लिया गया.
प्रशासन ने कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए रात में ही भीम आर्मी के सलमान शाह और श्रमिक नेता रतनलाल को हिरासत में ले लिया. आज सुबह 5 बजे रतलाम फाटक के करीब 5 अन्य नेताओं को भी हिरासत में लिया गया. जिसमें भीम आर्मी के विधानसभा अध्यक्ष दुर्गेश चौहान भी शामिल हैं. आंदोलन के आगेवान नेताओं को हिरासत में लेने के बाद किसी भी ठेका श्रमिक या अन्य ने आंदोलन करने या ग्रेसिमगेट तक पहुंचने की कोशिश नहीं की. पुलिस ने रात से ही पूरे क्षेत्र में पुलिस बल तैनात कर दिया था. आंदोलन की संभावना को देखते हुए आसपास से भी पुलिस बल बुलाया गया था.