हैदराबाद: हिंदू सनातन धर्म में सभी महीनों का अपना खास महत्व है. वहीं, मकर संक्रांति के दिन से माघ महीना शुरू हो गया है. इस महीने में दान, स्नान और ध्यान का विशेष महत्व है. ज्योतिषियों के मुताबिक इस माघ महीने में जगत के पालनहार भगवान श्री हरि विष्णु और धन की अधिष्ठात्री देवी मां लक्ष्मी की पूजा से धन-धान्य की पूर्ति होती है. इसके साथ-साथ मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं.
लखनऊ के सिद्धिविनायक ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र के ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र ने बताया कि सनातन धर्म में माघ एक पवित्र महीना माना जाता है. उन्होंने कहा कि पंचांग के अनुसार इस बार माघ महीने की शुरुआत 14 जनवरी को हो रही है, जो 12 फरवरी तक चलेगा. इस दौरान तमाम व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे. इस दौरान जातकों को दान-पुण्य करना चाहिए.
जानिए क्या है दान और पूजा-पाठ का महत्व
ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र ने बताया कि इस महीने संभव हो सके तो किसी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए. वैसे भी इस बार 144 साल बाद महाकुंभ आयोजित हो रहा है. इस वजह से इसका आध्यातमिक महत्व और भी बढ़ जाता है. उन्होंने कहा कि सर्दी के इस मौसम में लड्डू, तिल, गुड़, वस्त्र, घी, अन्न और गर्म कपड़ों का दान अवश्य करना चाहिए. इसे बहुत शुभ माना जाता है.
कैसे करें पूजा और व्रत
डॉ. उमाशंकर मिश्र के मुताबिक पूरे महीने भगवान सूर्य की पूजा विशेष फलदायी होती है. अगर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाए तो जातक का सूर्य ग्रह मजबूत होगा और उसके पापों का नाश होगा. उन्होंने कहा कि माघ महीने में एकादशी का भी अपना महत्व है. इस दिन भागवत गीता का पाठ करना अच्छा होता है.
इस महीने पड़ेंगे ये त्योहार
तारीख | दिन | त्योहार |
17 जनवरी | शुक्रवार | सकट चौथ |
25 जनवरी | शनिवार | षटतिला एकादशी |
27 जनवरी | सोमवार | मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत |
29 जनवरी | बुधवार | माघी अमावस्या, मौनी अमावस्या |
1 फरवरी | शनिवार | विनायक चतुर्थी |
2 फरवरी | रविवार | वसंत पंचमी |
4 फरवरी | मंगलवार | नर्मदा जयंती |
8 फरवरी | शनिवार | ज्या एकादशी |
9 फरवरी | रविवार | प्रदोष व्रत |
12 फरवरी | बुधवार | माघी पूर्णिमा |