उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल मंदिर विस्तारीकरण को लेकर एक निजी सीमेंट कंपनी ने 10 करोड़ की लागत से देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 5-STAR यात्री ग्रह बनाने का निर्णय लिया है. इस प्रोजेक्ट के लिए मंदिर समिति की ओर से स्वीकृति भी दे दी गई है. अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित मंदिर क्षेत्र में यात्री ग्रह को आठ माह में तैयार करने का लक्ष्य है, जो 33,000 स्क्वायर फुट में बनाया जाएगा.
तीन मंजिला यात्री ग्रह में 45 कमरे, रेस्टोरेंट, गार्डन, वातानुकूलित, वाइफाइ, पार्किन, सोलर लाइट व अन्य सुविधाएं होंगी. वहीं मंदिर को स्मार्ट सिटी द्वारा करीब 832 करोड़ की लागत से 10 गुना अधिक बड़ा किया जाना है. इसमें कई सारे कार्य शामिल है.
बिंदुओं में समझें विस्तारीकरण के काम
- महाकाल मंदिर में स्मार्ट सिटी के तहत बनने वाले नए रोड स्मार्ट रोड होंगे.
- मंदिर क्षेत्र में ही विशाल 100 अलग-अलग मुर्तियां लगेंगी, जो कि विभिन्न कथाओं से प्रेरित रहेंगी.
- 25 फीट लम्बी भगवान शिव की विशाल प्रतिमा श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहेगी.
- 500 मीटर लम्बी और 10 फीट से अधिक ऊंची दिवारों पर शिव गाथा देखने को मिलेगी.
- 108 स्तम्भ के साथ सुन्दर विद्युत सज्जा की जायेगी.
- कमल ताल पर 25 फीट ऊंची भगवान शिव की प्रतिमा की जटाओं से जल प्रवाहित होता दिखेगा.
- मंदिर विस्तारीकरण के दौरान निकलने वाली मुर्तियां और अन्य पुरातत्विक प्रतिमाओं के किये संग्राहलय बनेगा, जो इतिहास बताएगा.
10 करोड़ की लागत से बनेगा यात्री गृह
उम्मीद है महाकाल मंदिर के भव्य स्वरुप को देखने अब बड़ी संख्या में श्रद्धालु उज्जैन आएंगे और यहां रुकेंगे भी. इसी को लेकर निजी सीमेंट कंपनी महाकाल मंदिर समिति को 10 करोड़ की लागत से तीन मंजिला भव्य यात्री निवास बनाकर दे रहा है.
फ्रांस के राजदूत ने किये थे बाबा के दर्शन
सभी जानते हैं कि विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल के श्रद्धालू देश में ही नहीं विश्व भर में हैं, जो समय-समय पर शीश झुकाने बाबा के आंगन में आते हैं. विगत दिनों आये फ्रांस के राजदूत इमेनियूल लेनिन ने बाबा के दर्शन लाभ लिए, जिन्हें मंदिर समिति की और से बाबा की तस्वीर उपहार स्वरूप दी गई. इमेनियूल लेनिन यहां परिवार संग पहुंचे थे. उन्होंने क्षिप्रा के राम घाट और शनि मंदिर में भी भगवान के दर्शन किए थे.
करीब 80 करोड़ की राशि इमेनियूल लेनिन ने मंदिर समिति को दान में दी थी. जिसके बाद सांसद व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से 72 करोड़ की राशि मंदिर में निर्माण कार्य के लिए स्वीकृत करवाई थी.