छतरपुर: बुंदेली परंपरा और खेल को जीवित रखने के उद्देश्य से बुंदेली उत्सव का 26वां आयोजन बसारी में चल रहा है. जिसमें चौथे दिन बैलगाड़ी दौड़ का आयोजन हुआ. जिसे देखने के लिए शहर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे और बैलगाड़ी दौड़ का आनंद लिया. हरनारायण के बेलों ने कमाल कर प्रतियोगिता जीत कर खिताब अपने नाम कर लिया. वहीं, कल्लू यादव की दूसरे व भगवत की बैलगाड़ी तीसरे नंबर पर रही.
बुंदेली उत्सव के 26वें संस्करण का आयोजन
बुंदेली विकास संस्थान द्वारा बसारी के राव बहादुर सिंह स्टेडियम में आयोजित किए जा रहे बुंदेली उत्सव के 26वें संस्करण के चौथे दिन रोमांचकारी बैलगाड़ी दौड़ प्रतियोगिता हुई. इसमें नैगुवां के हरनारायण अग्निहोत्री की बैलगाड़ी सबसे आगे रही. उन्होंने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले 19 अन्य प्रतिभागियों को हराकर प्रथम स्थान हासिल किया.
दौड़ में 20 बैल जोड़ों ने लिया भाग
दरअसल, बुंदेली परंपरा को जीवित रखने के उद्देश्य से पिछले 26 सालों से बुंदेली उत्सव का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें बुंदेली खेल, खानपान, रहन-सहन, बोली, भाषा की प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है. जिसमे मुख्य आकर्षण बैलगाड़ी दौड़ प्रतियोगिता रहती है. जिसको देखने के लिए शहर सहित ग्रामीण अंचल से बड़ी संख्या में लोग आते है और बैलों की दौड़ का आनंद लेते हैं. इस बार भी लगभग 20 बैल जोड़ों ने प्रतियोगिता में भाग लिया.
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हरनारायण के बैलों ने जीता पहला प्राइज
दौड़ में प्रथम स्थान नैगुवां निवासी हरनारायण अग्निहोत्री के बैलों को मिला. जिनकी बैलगाड़ी सबसे आगे रही. दूसरे स्थान पर बंधियन के कल्लू यादव और तीसरे स्थान पर परा के भगवत पटेल की बैलगाड़ी रही. जब आयोजक सिद्धार्थ शंकर बुन्देला से आयोजन को लेकर बात हुई तो उन्होंने बताया, ''बुंदेली परंपरा को जीवित रखने के उद्देश्य से यह आयोजन पिछले 26 सालों से किया जा रहा है. जिसमें बैल गाड़ी दौड़ सबसे आकर्षित होती है. जिससे देखने दूर दूर से लोग आते हैं.''