टीकमगढ़। कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने के लिए जिले में आज से चार अगस्त तक लगाया गया है. टोटल लॉकडाउन का जिले में कोई असर नहीं रहा और प्रशासन की विफलताओं के चलते लाॅकडाउन औंधे मुंह गिर पड़ा. दिन भर लोग बाजारों में गडियो से फर्राटे मारकर बिना काम के घुमते रहे और बाजारो में टोटल लॉक डाउन के चलते भी भीड़भाड़ रही. पुलिस सड़कों और नाकों पर मौजूद रही लेकिन एक नुमाइश के तौर पर, व्यापारियों की सहमति से हालांकि बाजार बंद रहा. कलेक्टर ने जिले में धारा 144 लगाई गई ताकि लोग घरों में रहें लेकिन लोग कलेक्टर के आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ाकर घरों में न रहकर खुलेआम सड़कों पर घूमते रहे.
पहले दिन ही लॉक डाउन फ्लाप साबित हुआ, यह टोटल लॉक डाउन जिले में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लगाया गया है. जिले में अभी तक 308 पॉजिटिव मरीज मिले हैं. कोरोना की कड़ी तोड़ने के लिए ईद और रक्षाबंधन त्यौहार पर बढ़ती भीड़ भाड़ पर कंट्रोल करने की दृष्टि से यह टोटल लॉक डाउन लगाया गया है, जो पहले दिन में ही दम तोड़ चुका है. इस दौरान ना ही किसी वाहन की सर्चिंग की गई और उत्तर प्रदेश से आने वाले हजारों लोगों को जिले की सीमा में घुसने दिया गया.
टीकमगढ़ जिले में लॉक डाउन लगाने से पहले एक ड्राफ्ट तैयार किया गया था और प्लानिंग भी की गई थी कि जिले के अन्य राज्यों पर बने पुलिस नाके पूरी तरह से सील रहेंगे, अन्य राज्यों से आने वाले लोगों की स्कैनिंग की जाएगी. डॉक्टरों की टीमों के द्वारा सभी लोगो का मेडिकल टेस्ट भी होगा. इसके बाद ही जिले में प्रवेश मिलेगा. इमरजेंसी होने पर मेडीकल जांच के बाद प्रवेश मिलेगा लेकिन यहां ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला और यहां पर न तो उत्तरप्रदेश की सीमा पर बने सभी जिले के 7 पुलिस नाकों को खुला रखा गया और सभी को जिले में प्रवेश दिया गया.