सीधी । जिले के रामपुर नैकिन थाना इलाके में एक भीषण सड़क हादसे में 47 लोगों की जान चली गई. सीधी से सतना जा रही एक यात्री बस नहर में गिर गई. बस में करीब 55 लोग सवार थे. सात लोगों को बचा लिया गया है. स्थानीय लोग हादसे के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
47 लोगों की जल समाधि
सीधी जिले के शरदा तालाब के पास एक यात्री बस बेकाबू होकर पलट गई. हादसे में 47 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. सात लोगों को सकुशल बचा लिया गया. SDRF का रेसक्यू ऑपरेशन भी खत्म हो गया. लोगों ने बताया कि बस में ज्यादातर स्टूडेंट्स थे, जो परीक्षा देने जा रहे थे.
हादसे का कारण
स्थानीय लोगों ने बताया कि बस तेज स्पीड से जा रही थी. तभी सामने एक बोलेरो आ गई. बस चालक ने बोलरो से बचने की कोशिश की. इसी चक्कर में बस ड्राइवर के कंट्रोल से बाहर हो गई और उछलकर नदी में गिर गई. जिससे 45 लोगों की मौत हो गई. सात लोगों को प्रशासन ने सकुशल बाहर निकाल लिया .
प्रशासन के खिलाफ गुस्सा
हादसे के लिए लोग प्रशासन को भी जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. लोगों का कहना है कि छूहिया घाटी पर पिछले दो दिनों से अल्ट्राटेक प्लांट की वजह से जाम लगा हुआ था. इस वजह से ड्राइवर शॉर्टकट के लिए इस रास्ते से आ रहा था. तभी ये हादसा हो गया. अगर ड्राइवर ने रूट नहीं बदला होता, तो 45 लोगों की जानें यूं नहीं जाती.
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प्रशासन झाड़ रहा पल्ला
प्रशासन इस हादसे को मानवीय गलती मान रहा है. अपर कलेक्टर राकेश शुक्ला ने बताया, कि प्रशासन की गलती इसमें सामने नहीं आई है. रही छूहिया घाटी पर जाम लगने की बात, तो उसकी जांच की जाएगी.