भोपाल: मध्यप्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग स्कूलों के अधोसंरचना विकास और इनके व्यवस्थित संचालन को लेकर प्रयासरत है. इसी का नतीजा है कि प्रदेश में शिक्षा की बुनियाद तेजी से मजबूत हो रही है. केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन प्लस रिपोर्ट (UDISE-PLUS) में देश में सबसे अधिक स्कूलों के मामले में मध्य प्रदेश दूसरे पायदान पर है. जबकि स्कूलों की संख्या में अव्वल उत्तर प्रदेश है. दरअसल इस रिपोर्ट में सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त, निजी और अन्य स्कूलों में 2014 की स्थिति और वर्तमान स्थिति का तुलनात्मक आकलन किया गया है.
देश के 8.3 प्रतिशत स्कूल मध्यप्रदेश में
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि, भारतीय स्कूल शिक्षा व्यवस्था दुनिया में सबसे बड़ा शिक्षा नेटवर्क है. इसमें 14 लाख 72 हजार स्कूल हैं. जिसमें 98 लाख से ज्यादा शिक्षक हैं और प्राथमिक से सेकेंडरी स्तर तक 24.8 करोड़ विद्यार्थी पढ़ रहे हैं. वहीं, मध्यप्रदेश में 1,23,412 स्कूलों में एक करोड़ 53 लाख 61 हजार विद्यार्थी पढ़ रहे हैं. जबकि इन स्कूलों में 6 लाख 39 हजार 525 शिक्षक पदस्थ हैं. यानि देश में संचालित कुल स्कूलों में 8.33 प्रतिशत स्कूल मध्यप्रदेश में हैं.
99 प्रतिशत स्कूलों में शौचालय की सुविधा
लोक शिक्षण संचालनालय की आयुक्त शिल्पा गुप्ता ने बताया कि, ''मध्यप्रदेश के 92,439 सरकारी स्कूलों में से 85,333 में हाथ धोने की सुविधा है. इस प्रकार 92.3 प्रतिशत स्कूलों में यह सुविधा है. इसी प्रकार 91,749 सरकारी स्कूलों में यानी 99 प्रतिशत स्कूलों में शौचालय सुविधा है. बेटियों के लिए 91,184 स्कूलों में से 89,439 स्कूलों में यानी 98.1 प्रतिशत स्कूलों में अलग से शौचालय की सुविधा है. बालकों के लिए 90,351 में से 88,449 स्कूलों यानी 97.9 प्रतिशत स्कूलों में शौचालय की सुविधा है.''
40 प्रतिशत सरकारी स्कूलों में कम्प्यूटर की सुविधा
मध्यप्रदेश में पेयजल की सुविधा 92,439 में से 92,081 स्कूलों में यानी 99.6 प्रतिशत सरकारी स्कूलों में है. बिजली की उपलब्धता 81,278 यानी 87.9 प्रतिशत स्कूलों में उपलब्ध है. लाइब्रेरी बुक बैंक और पढ़ने के लिए स्थान की सुविधा 92,343 स्कूलों में उपलब्ध है. अकादमिक सत्र के दौरान चिकित्सीय परामर्श एवं जांच की सुविधा 92,343 में से 67,083 स्कूलों में उपलब्ध है. कंप्यूटर की सुविधा 37,593 यानी 40.7 प्रतिशत स्कूलों में है. इंटरनेट की सुविधा स्कूलों में तेजी से स्थापित हो रही है. फिलहाल 92,439 में से 29,900 स्कूलों में उपलब्ध है.
- मोहन सरकार तैयार करा रही शिक्षा विभाग की कुंडली, आखिर क्या है मंशा?
- मध्य प्रदेश में संस्कारों की पाठशाला, पढ़ाई के साथ सीख रहे गुड मैनर्स, स्कूल का अनोखा प्रयोग
30 हजार स्कूलों में लैपटॉप से पढ़ाई
मध्यप्रदेश के 30,284 सरकारी स्कूलों में लैपटॉप का उपयोग हो रहा है. वर्तमान में 10,756 स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम हैं. जिनमें डिजिटल बोर्ड्स, स्मार्ट बोर्ड, वर्चुअल क्लासरूम, स्मार्ट टीवी उपलब्ध हैं और 15292 स्कूलों में मोबाइल फोन का उपयोग शिक्षक प्रशिक्षण के लिए हो रहा है. इसके साथ ही 823 स्कूलों में डिजिटल लाइब्रेरी की सुविधा है. किचन गार्डन की सुविधा 17,174 स्कूलों और 11,697 स्कूलों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध है. सेकेंडरी स्तर के 9,484 स्कूलों में से 4,974 में इंटीग्रेटेड साइंस लैब उपलब्ध है. सोलर पैनल 4,718 स्कूलों में लगे हैं. सभी स्कूलों में 5 करोड़ 33 लाख किताबें लाइब्रेरी एवं बुक बैंक में उपलब्ध हैं.