सीधी। सीधी में पुलिस की कार्यशैली पर फिर सवाल उठ रहे है. पडखुरी गांव में गांजा पकड़वाने के शक में दो पक्षों के बीच मारपीट हो गई. पीड़ित पक्ष के चार लोग घायल हो गए. जबकि पुलिस इन्हें ही आरोपी बना रही है. वहीं दूसरे पक्ष का आरोप है कि ट्रैक्टर से जुताई की गई थी. जिसके पैसे मांगने पर मारपीट हो गयी. पुलिस ने घायल पक्ष को आरोपी मानते हुए मामला दर्ज कर लिया है. जिसका पीड़ित पक्ष विरोध कर रहा है.
दरअसल, करीब एक महीने पहले पुलिस ने पडखुरी गांव के राघवेन्द्र जैसवाल के पास से 52 किलो गांजा पकड़ा था. जिसे लेकर राघवेंद्र जैसवाल को शक था कि पुलिस की मुखबिर बनकर प्रवीण मिश्रा, प्रशांत मिश्रा ने पुलिस से गांजा पकड़वाया है. इस वजह से दोनों पक्ष में जमकर मारपीट हुई हो गई. जिसमें प्रशांत, प्रवीण मिश्रा सहित दो अन्य घर के सदस्यों को चोट आई है. वहींं दूसरे पक्ष राघवेंद्र जैसवाल का कहना है कि ट्रैक्टर की जुताई के पैसे मांगने पर मारपीट हुई है. दूसरे पक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि कट्टा दिखाकर उन्हें जान से मारने की कोशिश की गई है. जिसके बाद डायल 100 को फोन कर बुलाया गया. जहां आरोपियों को पुलिस थाना जमोडी ले आई.
इधर, घायलों को करीब चार घंटे थाना में बैठा कर रखा गया. जिला अस्पताल नहीं ले जाया गया. मीडिया द्वारा एसपी को सूचना दी गई तब कही घायलों को जिला अस्पताल लाया गया. जहां घायल भर्ती मरीजों को पुलिस फिर से थाना लेकर आई. इधर पुलिस घायलों को आरोपी मानकर उनके ऊपर कार्रवाई कर रही है. घायल पक्ष का आरोप है कि पुलिस पीड़ितों पर ही कार्रवाई कर रही है. गांजा तस्करों को बचा रही है. वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि ट्रैक्टर की जुताई के पैसे मांगने पर किशोर मिश्रा वगेरह ने मारपीट शुरू कर दी. जिससे प्रवीण प्रशांत मिश्रा को गिर जाने से चोट आई हैं.