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स्कूल में मौजूद अव्यवस्थाओं को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे छात्र, मदद की लगाई गुहार - मध्यान भोजन

सीधी जिले में लगातार शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है. छात्र छात्राओं को ना तो स्कूल में यूनिफॉर्म बांटी गई, ना स्कॉलर दी गई और ना ही पुस्तक छात्र छात्राओं को दी गई. यहां तक की मिड डे मील भी नहीं मिल रहा है.

The level of education in Sidhi district is constantly falling
स्कूल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर दुखी छात्र-छात्राएं पहुंचे कलेक्ट्रेट
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Published : Jan 29, 2020, 7:08 PM IST

Updated : Jan 29, 2020, 7:16 PM IST

सीधी। जिले में नौनिहालों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है. ना तो स्कूल में यूनिफॉर्म बांटी गई, ना स्कॉलरशिप दी गई और ना ही पुस्तक छात्र छात्राओं को दी गई. यहां तक बच्चों को दिए जाने वाला मिड डे मील भी सही ढंग से नहीं दिया जा रहा है. परेशान छात्र छात्राएं आज दूर गांव से जिला कलेक्टर से शिकायत करने पहुंची हैं, जहां शिक्षा अधिकारी ने कार्रवाई का भरोसा बच्चों को दिलाया है.


जिले के खारा पंचायत स्कूल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर छात्र-छात्राएं दुखी हैं और जिला कलेक्टर से मदद की गुहार लगाने पहुंचे हैं. इन छात्र-छात्राओं का कहना है कि स्कूल में एक शिक्षिका छोड़ कोई भी शिक्षक स्कूल नहीं पढ़ाते हैं.

स्कूल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर दुखी छात्र-छात्राएं पहुंचे कलेक्ट्रेट


दस्तखत कर घर चले जाते हैं. इन बच्चों को ना अभी तक गणवेश दी गई, ना पुस्तकें दी गई है, यहां तक कि इनकी मिलने वाली स्कॉलर भी डकार गए. स्कूल की एक छात्रा ने बताया कि मिड डे मील में गफलत की जाती है.


कभी सब्जी में पानी भर दिया जाता है तो कभी दाल में नमक भर दिया जाता है, जिससे सरकार द्वारा दिए जाने वाले भोजन से भी बच्चे वंचित हैं. स्कूल के चपरासी ने बताया कि भोजन बनाने वाले रसोइयों को भी कई महीनों से पगार नहीं मिली. वहीं इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी भी इधर-उधर की बातें करते नजर आए और अंतत: कार्रवाई का आश्वासन देकर बात खत्म कर दी.

सीधी। जिले में नौनिहालों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है. ना तो स्कूल में यूनिफॉर्म बांटी गई, ना स्कॉलरशिप दी गई और ना ही पुस्तक छात्र छात्राओं को दी गई. यहां तक बच्चों को दिए जाने वाला मिड डे मील भी सही ढंग से नहीं दिया जा रहा है. परेशान छात्र छात्राएं आज दूर गांव से जिला कलेक्टर से शिकायत करने पहुंची हैं, जहां शिक्षा अधिकारी ने कार्रवाई का भरोसा बच्चों को दिलाया है.


जिले के खारा पंचायत स्कूल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर छात्र-छात्राएं दुखी हैं और जिला कलेक्टर से मदद की गुहार लगाने पहुंचे हैं. इन छात्र-छात्राओं का कहना है कि स्कूल में एक शिक्षिका छोड़ कोई भी शिक्षक स्कूल नहीं पढ़ाते हैं.

स्कूल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर दुखी छात्र-छात्राएं पहुंचे कलेक्ट्रेट


दस्तखत कर घर चले जाते हैं. इन बच्चों को ना अभी तक गणवेश दी गई, ना पुस्तकें दी गई है, यहां तक कि इनकी मिलने वाली स्कॉलर भी डकार गए. स्कूल की एक छात्रा ने बताया कि मिड डे मील में गफलत की जाती है.


कभी सब्जी में पानी भर दिया जाता है तो कभी दाल में नमक भर दिया जाता है, जिससे सरकार द्वारा दिए जाने वाले भोजन से भी बच्चे वंचित हैं. स्कूल के चपरासी ने बताया कि भोजन बनाने वाले रसोइयों को भी कई महीनों से पगार नहीं मिली. वहीं इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी भी इधर-उधर की बातें करते नजर आए और अंतत: कार्रवाई का आश्वासन देकर बात खत्म कर दी.

Intro:एंकर-- सीधी में शिक्षा का बुरा हाल है देश के भविष्य कहे जाने वाले नौनिहालों के भविष्य से बेखौफ खिलवाड़ किया जा रहा है ना तो स्कूल में गणवेश बांटी गई ना स्कॉलर दी गई और ना ही पुस्तक छात्र छात्राओं को दी गई यहां तक बच्चों को दिए जाने वाला मध्यान भोजन भी सही ढंग से नहीं दिया जा रहा है परेशान छात्र छात्राएं आज दूर गांव से जिला कलेक्टर से शिकायत करने पहुंचे हैं जहां शिक्षा अधिकारी ने कार्यवाही का भरोसा बच्चों को दिलाया है।


Body:वाइस ओवर(1)- यह है सीधी जिले के खारा पंचायत की स्कूल की बच्चे जो आज स्कूल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर दुखी हैं और जिला कलेक्टर से मदद की गुहार लगाने पहुंचे है इन छात्र-छात्राओं का कहना है कि स्कूल में एक शिक्षिका छोड़ कोई भी शिक्षक स्कूल नहीं पढ़ाते हैं दस्तखत कर घर चले जाते हैं इन बच्चों को ना अभी तक गणवेश दी गई ना पुस्तकें दी गई है यहां तक कि इनकी मिलने वाली स्कॉलर भी डकार गए स्कूल की एक छात्रा ने बताया कि मध्यान्ह भोजन में गफलत की जाती है कभी सब्जी में पानी भर दिया जाता है तो कभी दाल में नमक भर दिया जाता है जिससे सरकार द्वारा दिए जाने वाले भोजन से भी बच्चे वंचित हैं स्कूल के चपरासी ने बताया कि भोजन बनाने वाले रसोइयों को भी कई महीनों से पगार नहीं मिली जिससे वह भी अब स्कूल आना छोड़ दी है जिसकी वजह से इन छात्र-छात्राओं का जीवन अंधकार में हो गया है ,वही इस मामले को पत्रकारों ने जिला शिक्षा अधिकारी से सवाल किया उनका कहना है कि नहीं ऐसा नहीं हो सकता था यदि ऐसा था तो पहले बताना चाहिए था अब तो पूरा सत्र निकल गया है मध्यान भोजन हमारे विभाग से संचालित नहीं होता जिला पंचायत से संचालित होता है और रही पुस्तक गढवी सॉरी स्कॉलरशिप ना देने की बात तो हम स्कूल जाकर जांच करेंगे जो तथ्य सामने आएंगे उस पर कार्यवाही की जाएगी।।
बाइट(1) विज्ञानशु उपाध्याय(छात्रा)
बाइट(2) जय राम(चपरासी)
बाइट(3)नवल सिंह(deo सीधी)।


Conclusion:बरहाल सीधी जिले में लगातार शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है यह वही जिला शिक्षा अधिकारी है जिन्होंने कुछ दिन पहले मीडिया में बयान दिया था कि नेताओं के रिश्तेदार शिक्षा विभाग में भरे पड़े हुए हैं हम कार्यवाही करवा देते हैं लेकिन ऊपर तक इनका कुछ नहीं होता समझा जा सकता है कि सीधी में शिक्षा के हालात दिनोंदिन खराब होते जा रहे हैं और जिम्मेदार अपनी ड्यूटी का निर्वहन कर फर्ज अदा कर देते हैं ऐसे में देखना होगा कि देश के भविष्य कहे जाने वाले इन बच्चों के भविष्य को संभालने में कौन आगे आता है।
पवन तिवारी ईटीवी भारत सीधी मध्य प्रदेश।
Last Updated : Jan 29, 2020, 7:16 PM IST
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