ETV Bharat / state

सीधी: बॉर्डर पर कोरोना जांच के नाम पर सिर्फ थर्मल स्क्रिनिंग, संक्रमण का खतरा बढ़ा!

जिले में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. इस बीच स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई है. रीवा-सीधी बार्डर पर मात्र दो स्वास्थ्यकर्मियों को तैनात किया गया है, जो जिले में आने-जाने वालों का थर्मल स्क्रिनिंग (thermal screening) करते हैं.

Thermal screening at the border
बॉर्डर पर थर्मल स्क्रिनिंग
author img

By

Published : May 15, 2021, 1:36 PM IST

सीधी। सीधी में कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं. यहां जिला प्रशासन कोरोना जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करता हुआ नजर आ रहा है. ताजा मामला रीवा-सीधी बार्डर का है, जहां एक जिले से दूसरे जिले में आने-जाने वालों का कोरोना जांच में सिर्फ थर्मल स्क्रिनिंग की जा रही है. इस दौरान लोगों का केवल तापमान जांच कर आने और जाने दिया जा रहा है. ईटीवी ने जब वहां तैनात जांच कर्मचारी से बात किया तो, उन्होंने बताया कि हम सिर्फ यहां लोगों का तापमान मांपते (thermal screening) हैं.

बॉर्डर पर कोरोना जांच के नाम पर सिर्फ थर्मल स्क्रिनिंग

जांच के नाम पर खानापूर्ति

ग्राम बघवार की सीमा जो 2 जिलों को जोड़ती है. यहां एक तरफ रीवा से तो दूसरी तरफ शहडोल से लोगों का आना-जाना होता है. कोरोना काल में यहां पर चेकिंग तो लगा दी गई है, पर जिला प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां पर प्रवासी मजदूरों का आना लगातार जारी है, लेकिन सिर्फ कोरम पूरा करने के लिए टेंपरेचर की माप हो रही है. यहां कोरोना की जांच नहीं हो रही है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या सिर्फ टेंपरेचर की माप करके किसी को कोरोना वायरस का शिकार होना बता सकते हैं या नहीं?

बार्डर पर दो स्वास्थ्यकर्मी, नहीं हो रही कोरोना जांच

बता दें कि सीधी जिले में भी कोरोना ने काफी गहरा असर डाला है. बार्डर पर जिला प्रशासन ने सिर्फ कोरम पूर्ति के लिए 2 कर्मचारियों की नियुक्ति कर दी है, जहां पर सिर्फ टेंपरेचर की माप की जाती है. यहां पर लोगों की कोविड-19 की जांच नहीं की जा रही है, जिसके कारण बेखौफ होकर लोग आते जाते हैं. जब ईटीवी भारत की टीम ने जिले के बार्डर पर जाकर रियलिटी चेक किया, तो पाया कि वहां स्वास्थ्य विभाग के केवल 2 ही कर्मचारी हैं. जबकि इसी रास्ते से करीब 300 से 400 की संख्या में प्रतिदिन प्रवासी मजदूरों का आना जाना लगा रहता है.

कोरोना के खिलाफ युवाओं की अनोखी पहल, गांव की सीमा को किया सील

कोरोना जांच के लिए रामपुर अस्पताल

ईटीवी ने जब वहां तैनात जांच कर्मचारी से बात की तो उन्होंने बताया कि हम सिर्फ यहां लोगों का तापमान (temperature) मांपते हैं. स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि जिनका तापमान ज्यादा होता है, उन्हें वो होम क्वारेंटीन की सलाह देते हैं. हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि हमारे यहां से अभी तक कोई भी कोरोना से संक्रमित नहीं पाया गया है. बार्डर पर तैनात रामपुर अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी बताते हैं कि वे सिर्फ वहां थर्मल स्क्रिनिंग करते हैं. कोरोना जांच की व्यवस्था रामपुर अस्पताल में है.

सीधी। सीधी में कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं. यहां जिला प्रशासन कोरोना जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करता हुआ नजर आ रहा है. ताजा मामला रीवा-सीधी बार्डर का है, जहां एक जिले से दूसरे जिले में आने-जाने वालों का कोरोना जांच में सिर्फ थर्मल स्क्रिनिंग की जा रही है. इस दौरान लोगों का केवल तापमान जांच कर आने और जाने दिया जा रहा है. ईटीवी ने जब वहां तैनात जांच कर्मचारी से बात किया तो, उन्होंने बताया कि हम सिर्फ यहां लोगों का तापमान मांपते (thermal screening) हैं.

बॉर्डर पर कोरोना जांच के नाम पर सिर्फ थर्मल स्क्रिनिंग

जांच के नाम पर खानापूर्ति

ग्राम बघवार की सीमा जो 2 जिलों को जोड़ती है. यहां एक तरफ रीवा से तो दूसरी तरफ शहडोल से लोगों का आना-जाना होता है. कोरोना काल में यहां पर चेकिंग तो लगा दी गई है, पर जिला प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां पर प्रवासी मजदूरों का आना लगातार जारी है, लेकिन सिर्फ कोरम पूरा करने के लिए टेंपरेचर की माप हो रही है. यहां कोरोना की जांच नहीं हो रही है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या सिर्फ टेंपरेचर की माप करके किसी को कोरोना वायरस का शिकार होना बता सकते हैं या नहीं?

बार्डर पर दो स्वास्थ्यकर्मी, नहीं हो रही कोरोना जांच

बता दें कि सीधी जिले में भी कोरोना ने काफी गहरा असर डाला है. बार्डर पर जिला प्रशासन ने सिर्फ कोरम पूर्ति के लिए 2 कर्मचारियों की नियुक्ति कर दी है, जहां पर सिर्फ टेंपरेचर की माप की जाती है. यहां पर लोगों की कोविड-19 की जांच नहीं की जा रही है, जिसके कारण बेखौफ होकर लोग आते जाते हैं. जब ईटीवी भारत की टीम ने जिले के बार्डर पर जाकर रियलिटी चेक किया, तो पाया कि वहां स्वास्थ्य विभाग के केवल 2 ही कर्मचारी हैं. जबकि इसी रास्ते से करीब 300 से 400 की संख्या में प्रतिदिन प्रवासी मजदूरों का आना जाना लगा रहता है.

कोरोना के खिलाफ युवाओं की अनोखी पहल, गांव की सीमा को किया सील

कोरोना जांच के लिए रामपुर अस्पताल

ईटीवी ने जब वहां तैनात जांच कर्मचारी से बात की तो उन्होंने बताया कि हम सिर्फ यहां लोगों का तापमान (temperature) मांपते हैं. स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि जिनका तापमान ज्यादा होता है, उन्हें वो होम क्वारेंटीन की सलाह देते हैं. हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि हमारे यहां से अभी तक कोई भी कोरोना से संक्रमित नहीं पाया गया है. बार्डर पर तैनात रामपुर अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी बताते हैं कि वे सिर्फ वहां थर्मल स्क्रिनिंग करते हैं. कोरोना जांच की व्यवस्था रामपुर अस्पताल में है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.