शिवपुरी। कभी पर्यटन नगरी के तौर पहचाना जाने वाला शिवपुरी जिला इन दिनों पर्यटकों की कमी से बेजार हो रहा है. प्रदेश के पर्यटन पटल पर शिवपुरी को भले ही पर्यटन नगरी का तमगा हासिल हो, लेकिन पहले से प्रशासनिक लापरवाही से नाराज पर्यटक अब कोरोना संकट के कारण भी यहां नहीं पहुंच रहे हैं, जिस कारण शहर की रौनक मानों खत्म सी हो गई है. 11 साल पहले बने टूरिस्ट वेलकम सेंटर पर इस साल भी पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार है, लेकिन पर्यटक नहीं पहुंच रहे हैं. दो बत्ती तिराहे के पास बने संग्रहालय को भी सैलानियों का इंतजार है, जबकि आम दिनों में यहां पर्यटकों की भीड़ नजर आती थी.
प्रशासन भी लापरवाह
भले ही अभी कोरोना वायरस के कारण पर्यटक न पहुंच रहे हों, लेकिन यहां इससे पहले भी प्रशासन काफी लापरवाह रहा है. शहर के दो बत्ती चौराहे पर बने संग्रहालय का दुर्भाग्य ही कहेंगे कि, संग्रहालय पर चौकीदार तो तैनात है, लेकिन सैलानियों के लिए अभी तक खुला नहीं है. संग्रहालय जैसे वीरान पड़े कई स्थलों पर करोड़ों रुपए की राशि खर्च करने के बाद जिम्मेदारों ने सुध नहीं ली, जिसके चलते पर्यटकों ने भी इस शहर से दूरियां बना ली.
शुरू नहीं हो सका पर्यटक उद्योग
शिवपुरी में एक से बढ़कर एक पर्यटक स्थल होने के बावजूद शहर वीरान पड़ा है. कोरोना काल से पहले ये देशी- विदेशी सैलानी से भरा रहता था, लेकिन कोरोना और प्रशासन की लापरवाही से सैलानियों ने शिवपुरी से दूरी बना ली है.