ETV Bharat / state

शिवपुरी के बदरवास में आखिरकार आंगनबाड़ी से हटाया गया अतिक्रमण, दबंग ने कर रखा था कब्जा

शिवपुरी जिले के कोलारस विधानसभा क्षेत्र में प्रशासनिक अधिकारियों ने एक आंगनबाड़ी से अतिक्रमण हटाकर इसे ग्रामीणों को सौंपा है. करीब एक साल से इलाके के दबंग के कब्जे में रहे आंगनबाड़ी भवन के ग्रामीणों को मिलने के बाद स्थानीय लोगों को महिला व बाल विकास विभाग की योजनाओं की सहूलियत मिलने की उम्मीद जग गई है.

author img

By

Published : Feb 13, 2023, 8:19 AM IST

encroachment removed
आंगनबाड़ी से हटाया गया अतिक्रमण

शिवपुरी। आपने देखा होगा कि इलाके में जब किसी नेता की आमद होती है तो उसकी हालत सुधर जाती है. कुछ ऐसा ही हुआ है शिवपुरी जिले के कोलारस विधानसभा क्षेत्र में. यहां बदरवास जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले बड़ोखरा गांव की आंगनबाड़ी पर दबंग ने कब्जा कर रखा था. इस इलाके में जब भाजपा की विकास यात्रा पहुंची तो स्थानीय लोगों ने विधायक और अधिकारियों को देखकर इस अतिक्रमण की शिकायत की. चुनावी बेला नजदीक देखकर विधायक ने तुरंत सुनवाई की और आंगनबाड़ी को कब्जामुक्त करा दिया गया.

ग्रामीणों ने की अवैध कब्जे की शिकायत : कोलारस विधानसभा क्षेत्र में निकाली जा रही विकास यात्रा जब बड़ोखरा गांव पहुंची तो स्थानीय ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं उठाना शुरू किया. विधायक वीरेंद्र रघुवंशी, एसडीएम ब्रज बिहारी श्रीवास्तव, तहसीलदार प्रदीप भार्गव समेत अधिकारियों की फौज सामने देखकर किसी ने आंगनबाड़ी पर अतिक्रमण की शिकायत दर्ज कराई. कहा कि गांव के ही दबंग खेरू आदिवासी ने एक साल से आंगनबाड़ी पर कब्जा कर रखा है. शिकायत के बाद भी महिला और बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने कुछ नहीं किया. इसके चलते आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित यहां आने वाले बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का; पार्षद पति बना भू माफिया, सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बनाया मैरिज गार्डन

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को सौंपा भवन : ग्रामीणों की शिकायत पर विधायक रघुवंशी ने आंगनबाड़ी को तत्काल कब्जामुक्त कराने के निर्देश दे डाले. तहसीलदार प्रदीप भार्गव ने अतिक्रमण हटवाकर भवन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लता धाकड़ के सुपुर्द कर दिया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को निर्देशित भी किया कि अगर दोबारा कब्जा करने का प्रयास किया जाए तो वह तत्काल इसकी सूचना उन्हें दे.

पुलिस अधिकारी की पत्नी ने नहर की जमीन पर किया कब्जा, अधिकारियों ने चलवाया बुलडोजर

30 मिनट में हटाया एक साल से रखा हुआ सामान : जानकारी के मुताबिक, खेरू आदिवासी के नाम पहले से ही एक कुटीर स्वीकृत है. इसके बावजूद उसने आंगनबाड़ी पर कब्जा जमाया हुआ था. विधायक एक्शन में आए तो मात्र 30 मिनट में उसने वहां से अपना सामान हटा लिया. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि अगर इस इलाके में विकास यात्रा नहीं पहुंचती तो क्या आंगनबाड़ी पर खेरू का अवैध कब्जा ऐसे ही बरकरार रहता.

शिवपुरी। आपने देखा होगा कि इलाके में जब किसी नेता की आमद होती है तो उसकी हालत सुधर जाती है. कुछ ऐसा ही हुआ है शिवपुरी जिले के कोलारस विधानसभा क्षेत्र में. यहां बदरवास जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले बड़ोखरा गांव की आंगनबाड़ी पर दबंग ने कब्जा कर रखा था. इस इलाके में जब भाजपा की विकास यात्रा पहुंची तो स्थानीय लोगों ने विधायक और अधिकारियों को देखकर इस अतिक्रमण की शिकायत की. चुनावी बेला नजदीक देखकर विधायक ने तुरंत सुनवाई की और आंगनबाड़ी को कब्जामुक्त करा दिया गया.

ग्रामीणों ने की अवैध कब्जे की शिकायत : कोलारस विधानसभा क्षेत्र में निकाली जा रही विकास यात्रा जब बड़ोखरा गांव पहुंची तो स्थानीय ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं उठाना शुरू किया. विधायक वीरेंद्र रघुवंशी, एसडीएम ब्रज बिहारी श्रीवास्तव, तहसीलदार प्रदीप भार्गव समेत अधिकारियों की फौज सामने देखकर किसी ने आंगनबाड़ी पर अतिक्रमण की शिकायत दर्ज कराई. कहा कि गांव के ही दबंग खेरू आदिवासी ने एक साल से आंगनबाड़ी पर कब्जा कर रखा है. शिकायत के बाद भी महिला और बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने कुछ नहीं किया. इसके चलते आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित यहां आने वाले बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का; पार्षद पति बना भू माफिया, सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बनाया मैरिज गार्डन

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को सौंपा भवन : ग्रामीणों की शिकायत पर विधायक रघुवंशी ने आंगनबाड़ी को तत्काल कब्जामुक्त कराने के निर्देश दे डाले. तहसीलदार प्रदीप भार्गव ने अतिक्रमण हटवाकर भवन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लता धाकड़ के सुपुर्द कर दिया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को निर्देशित भी किया कि अगर दोबारा कब्जा करने का प्रयास किया जाए तो वह तत्काल इसकी सूचना उन्हें दे.

पुलिस अधिकारी की पत्नी ने नहर की जमीन पर किया कब्जा, अधिकारियों ने चलवाया बुलडोजर

30 मिनट में हटाया एक साल से रखा हुआ सामान : जानकारी के मुताबिक, खेरू आदिवासी के नाम पहले से ही एक कुटीर स्वीकृत है. इसके बावजूद उसने आंगनबाड़ी पर कब्जा जमाया हुआ था. विधायक एक्शन में आए तो मात्र 30 मिनट में उसने वहां से अपना सामान हटा लिया. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि अगर इस इलाके में विकास यात्रा नहीं पहुंचती तो क्या आंगनबाड़ी पर खेरू का अवैध कब्जा ऐसे ही बरकरार रहता.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.