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31 हजार किसानों से 22.30 लाख क्विंटल की गेहूं खरीदी, अब भी कतार में 19 हजार किसान

जिले में अभी तक 31 हजार किसानों से 22.30 लाख क्विंटल गेहूं की खरीद हुई है. खरीदी की आखिरी तारीख 31 मई है.

Wheat purchased from farmers
किसानों से खरीदा गेहूं
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Published : May 25, 2021, 10:07 AM IST

शिवपुरी। समर्थन मूल्य पर जिले में अभी तक 31 हजार किसानों से 22.30 लाख क्विंटल गेहूं की खरीदी हुई है, जबकि 50 हजार पंजीकृत किसानों से 26 लाख क्विंटल गेहूं की खरीदी का लक्ष्य है. खरीदी की आखिरी तारीख 31 मई है. ऐसे में इतने कम दिनों में बाकी 19 हजार किसानों से खरीदी करना संभव नजर नहीं आ रहा. कई किसानों को अपना गेहूं मंडी में बेचना पड़ सकता है, जहां उन्हें समर्थन मूल्य से कम दाम मिलेंगे.

fact file
फैक्ट फाइल

कोरोना महामारी के कारण गेहूं खरीदी प्रभावित हुई

इस साल कोरोना महामारी की वजह से गेहूं खरीदी प्रभावित हुई है. खरीदी के दौरान कर्मचारियों से लेकर मजदूर भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं. इसके अलावा खराब मौसम की वजह से भी खरीदी पर असर पड़ा है. करैरा में टीला रोड पर सायलो खरीदी केंद्र पर भी निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप समर्थन मूल्य पर खरीदी नहीं हो सकी है. सायलो केंद्र पर 3 लाख क्विंटल गेहूं खरीदने का लक्ष्य है, लेकिन कर्मचारियों के संक्रमित होने की वजह से अभी तक 1 लाख 90 हजार क्विंटल गेहूं खरीदा जा सका है. सायलो केंद्र पर भी इस बार खरीदी का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया है. पिछले साल 25 लाख 10 हजार क्विंटल गेहूं खरीदा गया था. इस साल अभी तक 22 लाख से ज्यादा क्विंटल गेहूं खरीदा गया है. 1 अप्रैल से शुरू हुई गेहूं की खरीदी 31 मई तक होगी. अब सात दिन में 19 हजार किसानों से गेहूं खरीदना संभव नजर नहीं आता है.

किसानों के लिए सायलो केंद्र बना संकट, 5 दिन से नहीं तुला गेंहू

समर्थन मूल्य से ज्यादा मंडी में भाव, इसलिए चने की सिर्फ 490 क्विंटल खरीदी

जिले में समर्थन मूल्य पर चने की महज 490 क्विंटल खरीद हो सकती है. मार्केटिंग फेडरेशन के जिला प्रबंधक विनोद कोटिया ने बताया कि पिछले साल 3 लाख 70 हजार 540 क्विंटल चना समर्थन मूल्य पर खरीदा गया था. इस बार बहुत कम खरीद हो पाई है. इसकी वजह से मंडियों में इस बार चने का भाव समर्थन मूल्य 5,100 से अधिक रहा.

शिवपुरी। समर्थन मूल्य पर जिले में अभी तक 31 हजार किसानों से 22.30 लाख क्विंटल गेहूं की खरीदी हुई है, जबकि 50 हजार पंजीकृत किसानों से 26 लाख क्विंटल गेहूं की खरीदी का लक्ष्य है. खरीदी की आखिरी तारीख 31 मई है. ऐसे में इतने कम दिनों में बाकी 19 हजार किसानों से खरीदी करना संभव नजर नहीं आ रहा. कई किसानों को अपना गेहूं मंडी में बेचना पड़ सकता है, जहां उन्हें समर्थन मूल्य से कम दाम मिलेंगे.

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कोरोना महामारी के कारण गेहूं खरीदी प्रभावित हुई

इस साल कोरोना महामारी की वजह से गेहूं खरीदी प्रभावित हुई है. खरीदी के दौरान कर्मचारियों से लेकर मजदूर भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं. इसके अलावा खराब मौसम की वजह से भी खरीदी पर असर पड़ा है. करैरा में टीला रोड पर सायलो खरीदी केंद्र पर भी निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप समर्थन मूल्य पर खरीदी नहीं हो सकी है. सायलो केंद्र पर 3 लाख क्विंटल गेहूं खरीदने का लक्ष्य है, लेकिन कर्मचारियों के संक्रमित होने की वजह से अभी तक 1 लाख 90 हजार क्विंटल गेहूं खरीदा जा सका है. सायलो केंद्र पर भी इस बार खरीदी का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया है. पिछले साल 25 लाख 10 हजार क्विंटल गेहूं खरीदा गया था. इस साल अभी तक 22 लाख से ज्यादा क्विंटल गेहूं खरीदा गया है. 1 अप्रैल से शुरू हुई गेहूं की खरीदी 31 मई तक होगी. अब सात दिन में 19 हजार किसानों से गेहूं खरीदना संभव नजर नहीं आता है.

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समर्थन मूल्य से ज्यादा मंडी में भाव, इसलिए चने की सिर्फ 490 क्विंटल खरीदी

जिले में समर्थन मूल्य पर चने की महज 490 क्विंटल खरीद हो सकती है. मार्केटिंग फेडरेशन के जिला प्रबंधक विनोद कोटिया ने बताया कि पिछले साल 3 लाख 70 हजार 540 क्विंटल चना समर्थन मूल्य पर खरीदा गया था. इस बार बहुत कम खरीद हो पाई है. इसकी वजह से मंडियों में इस बार चने का भाव समर्थन मूल्य 5,100 से अधिक रहा.

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