श्योपुर। शहर की कृषि उपज मंडी में खरीदी के नाम पर किसानों से लूट की जा रही है. किसानों का कहना है कि, गेहूं, सरसों और चने की फसल साइलो केंद्रों से कम रेट में खरीदी जा रही है, जिससे किसानों की लागत तक नहीं निकल रही है. किसानों ने बताया कि गेहूं की फसल दो से ढाई सौ रुपए प्रति क्विंटल की कम दर से खरीदी जा रही है, जबकि चना और सरसों की फसल पर एक हजार रुपये कम दिए जा रहे हैं.
किसान साइलो केंद्रों की लंबी लाइनों में लगने से बचने के लिए मंडी व्यापारियों को फसल बेच रहे हैं और व्यापारी छोटे किसानों की मजबूरी का फायदा उठाकर कम रेट पर फसल खरीद रहे हैं. किसानों ने बताया कि, जिस रेट पर फसल बिक रही है उससे उनकी लागत निकलना मुश्किल है.
मध्यप्रदेश सरकार ने पिछले 15 अप्रैल से गेहूं की खरीदी शुरू की थी. जिसके बाद चना और सरसो की फसल भी खरीदी जा रही है. लॉकडाउन के चलते छह किसानों को ही खरीदी केंद्र पर जाने की अनुमति है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उपज की तौल की जा रही है, ऐसे में किसानों को पहले रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ा रहा है. बड़े किसान तो जल्द ही रजिस्ट्रेशन करवा ले रहे हैं, लेकिन समस्या छोटे किसानों के सामने है, जो अपनी फसल लेकर मंडी पहुंच रहे हैं और व्यापारी एक तरह से उनको लूट रहे हैं.