श्योपुर। जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन (vaccination in sheopur) का एक ही टीका लगवाया है स्वास्थ्य विभाग द्वारा उनके मोबाइल फोन पर उन्हें वैक्सीन के दोनों डोज सफलता पूर्वक लगाने के एसएमएस दिए जा रहे हैं. यही नहीं उनके लिए वैक्सीन लगवाने के सर्टिफिकेट भी जारी कराए जा रहे हैं. इसे लेकर लोग स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारियों पर वैक्सीनेशन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में गडबड़ी करने के आरोप लगा रहे हैं. क्या है पूरा मामला देखिए यह खास रिपोर्ट-
वैक्सीनेशन में लापरवाही बरत रहे कर्मचारी-अधिकारी
जिले के जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी कोरोना महामारी को लेकर कतई भी गंभीर नहीं हैं. तभी तो जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज (fraud in vaccination second dose) लगवाया तक नहीं उन्हें यह जिम्मेदार लोग वैक्सीनेट होना बताकर उनके मोबाइल फोन पर सेकेंड डोज लगवाने का एसएमएस और सर्टिफिकेट भेजने का काम फर्जी तरीके से करने में जुटे हुए हैं. इसके पीछे की वजह लक्ष्य को पूरा करना बताया जा रहा है. जिम्मेदारों की यह लापरवाही लोगों के वैक्सीन का एक डोज लेने से वंचित कर रही है. ऐसे में अगर किसी को कोरोना हो जाता है, तो इसका जिम्मेवारी कौन लेगा.
कोरोना वैक्सीन में फर्जीवाड़ा
कोरोना वैक्सीन में हो रह इस फर्जीवाड़े की हकीकत जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने जब पड़ताल शुरू की तो हमारे हाथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार की गई वह सूची हाथ लगी, जिसमें कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगवाने वालों के नाम, पता और मोबाइल नंबर थे. हमने सबसे पहले विजयपुर इलाके के पहलादपुरा गांव निवासी रमेशचंद को उनके मोबाइल पर फोन लगाकर बात की. उन्होंने बताया कि उन्हें और उनके बेटे की बहु वेदवती को एक-एक ही डोज लगा है लेकिन, उनके मोबाइल नंबर पर दोनों डोज लगाने का एसएमएस आया है.
बिना वैक्सीन लगवाए ही आ रहे मैसेज
यही बात देवीलाल कुशवाह और मनीशंकर प्रजापति ने भी ईटीवी भारत को बताई. इसके बाद सूची में दर्ज अन्य लोगों से संपर्क साधा गया तो वह भी इसी तरह के फर्जीवाड़े की बात बताने लगीं. लोगों का कहना है कि दूसरा टीका लगाए बिना स्वास्थ्य विभाग वालों के द्वारा उन्हें वैक्सीन लगाने का एसएमएस दे दिया गया है. अब वह वैक्सीन लगावाने के लिए जाएंगे तो उन्हें दिक्कतें उठानी पड़ेगी.
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कोरोना वैक्सीनेशन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में इस तरह की गडबड़ी होना बेहद चिंता जनक है. अब कोरोना का नया वेरिएंट और भी ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है. इन हालातों में अगर जिम्मेदारों ने सख्त एक्शन नहीं लिया तो आने वाले समय में मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ सकती हैं. जिला कलेक्टर शिवम वर्मा का कहना है कि इस तरह के कुछ मामले आए हैं. आप इस तरह के अन्य मामलों को हमारे सामने लाएं, इसे चेक करवाएंगे. अगर वैक्सीन को बर्बाद किया जा रहा है, तो कार्रवाई करेंगे.