श्योपुर। प्रदेश में तेजी के साथ बढ़ रही टीबी बीमारी के मामलों को देखते हुए अब आईसीएमआर ने टीवी पर काम शुरू कर दिया है. आईसीएमआर की टीमें गांव-गांव जाकर मरीजों की स्क्रीनिंग कर रही हैं. इसके साथ ही उन्हें जरूरी दवाएं भी उपलब्ध करवा रही हैं. आईसीएमआर का यह पहला प्रयोग है, जिसके लिए सबसे पहले श्योपुर जिले को चुना गया है. (tb outbreak in sheopur) (500 patients turned out so far) (three teams of icmr are screening) (more than 5000 patients have been screened)
तीन टीमें कर रहीं जिले में कामः बताया गया है कि आईसीएमआर की तीन टीमें श्योपुर जिले में काम कर रही हैं. इनमें 6 एक्स-रे टेक्निशियन, तीन लैब टेक्नीशियन, तीन हेल्थ असिस्टेंट, तीन एसआरएफ और दो डॉक्टर शामिल है. टीबी की बीमारी का पता लगाने के लिए इन टीमों के पास नई तकनीक की मशीनें हैं. जिन्हें हर जगह आसानी से लाया ले जाया जा सकता है और कहीं भी मरीजों की एक्स-रे व अन्य जांच की जा सकती हैं. आईसीएमआर की टीम टीबी के अलावा दूसरी बीमारियों की भी दवाइयां मरीजों को उपलब्ध करा रही हैं. (tb outbreak in sheopur) (500 patients turned out so far) (three teams of icmr are screening) (more than 5000 patients have been screened)
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अब तक 500 टीबी मरीजों की हुई पुष्टिः ज्यादा से ज्यादा मरीजों की स्क्रीनिंग हो सके और टीबी के मरीजों का पता लग सके इसके लिए आईसीएमआर की टीमें मरीजों का बीपी और शुगर लेवल भी टेस्ट करने का काम कर रही हैं. अब तक श्योपुर जिले में 5000 से ज्यादा मरीजों की स्क्रीनिंग हो चुकी है, जिनमें 500 टीबी के मरीज सामने आए हैं. इन मरीजों को जरूरी दवाइयां भी दी जा रही हैं. आईसीएमआर का यह पहला प्रयोग है, अगर यह सफल होता है तो श्योपुर के अलावा दूसरे जिलों में भी आईसीएमआर टीबी पर काम शुरू करेगा. इस बारे में आईसीएमआर टीम के सदस्य सुमित का कहना है कि, आईसीएमआर टीम टीबी स्क्रीनिंग का काम जिलेभर में कर रही है. श्योपुर को सबसे पहले इसलिए चुना गया है क्योंकि यहां टीबी के सबसे ज्यादा मामले सामने आते रहे हैं. टीबी के मरीजों का पता लगाकर उनकी बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए इलाज भी किया जाएगा. (tb outbreak in sheopur) (500 patients turned out so far) (more than 5000 patients have been screened)