श्योपुर। नगरी निकाय चुनाव में अध्यक्ष और बार्ड पार्षद के टिकिट को लेकर सोमवार को बैठक आयोजित की गई. बैठक में विधायक बाबूलाल जंडेल ने प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष रामनिवास रावत पर निशाना साधते हुए कहा कि रामनिवास मेरे बड़े भाई हैं और राजनीति के गुरु हैं, जिन्होंने 1994 मैं मुझे सरपंच बनाया था लेकिन मैं एक बात कहना चाहता हूं, यूथ कांग्रेस के चुनाव में धर्मेंद्र मीणा का फॉर्म अनुरोध मीणा को चुनाव जिताने के लिए रिजेक्ट करवा दिया. जबकि नियम की बात यह थी कि चुनाव होना था, अनिरुद्ध उसका बेटा है अगर सिस्टम की बात करते हो तो सिस्टम नीचे से नहीं ऊपर से चलता है. बात मैदान में होनी चाहिए मैं तो जो कहता हूं वही करता हूं.
बता दें कि कांग्रेस विधायक बाबू चंदेल द्वारा यह बयान तब दिया गया जब नगरी निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पार्षद के उम्मीदवारों के टिकट की रायशुमारी के लिए शहर की राम धर्मशाला में आयोजित हुई बैठक में सभी कांग्रेसी इकठ्ठे हुए थे. इस दौरान विधायक बाबू चंदेल ने संबोधित करते हुए यह बयान दिया.
विधायक ने प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष रामनिवास रावत के बेटे अनुरोध को हाल ही में युवा मोर्चा का जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि धर्मेंद्र मीणा युवा मोर्चा में रहकर लंबे समय से पार्टी के लिए काम कर रहा है, लेकिन अनुरूद्ध को चुनाव जीतने की लिए फॉर्म रिजेक्ट किया गया था. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि में जो कहता हूं जो सामने कहता हूं मुझे किसी से डर नहीं है.
विधायक के इस बयान ने कांग्रेस की गुटबाजी और आपसी फूट को एक बार फिर से उजागर कर दिया है. जिसकी चर्चाएं बैठक में मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं से लेकर शहर भर में हो रही है. बता दें कि यह बैठक संगठन से प्रभारी सुधांशु त्रिवेदी के नेतृत्व में आगामी चुनाव के टिकटों को लेकर रखी गई थी.