श्योपुर। प्रशासन के द्वारा किया गया अधिकृत बैंसला मेडिकल, राजस्थान के शहरों से दवाई मंगवाने के लिए अधिकृत किया है, लेकिन संचालक दवाई मंगवाने के एवज में मरीजों से भारी कमीशन वसूल रहा है. जिससे ग्राहक इस लॉकडाउन में दोगुनी कीमत देने से काफी परेशान हैं.
मामला शहर के बैंसला मेडिकल का है जहां पर बाहर से आने वाली दवाइयों को बैंसला मेडिकल संचालक उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन द्वारा अधिकृत किया गया है. जिसमें प्रशासन द्वारा रेट बाई रेट दवा देने की भी मेडिकल संचालक को बात कही गई थी.
बता दें कि शहर के कई मरीज ऐसे हैं जिनका राजस्थान के कोटा, जयपुर और सवाई, माधोपुर के डॉक्टरों का उपचार काफी लंबे समय से चल रहा है. ऐसे में प्रशासन के द्वारा दूसरे राज्य जाने के लिए परमिशन नहीं दी जा रही है और बैंसला मेडिकल को ही अधिकृत कर दिया गया है जो भी दवाइयां हैं, वो बैंसला मेडिकल पर उपलब्ध कराई जाएंगी, लेकिन एक मोटा कमीशन लेने के कारण मरीजों के परिजन काफी परेशान हैं.
ग्राहक केशव मीणा का कहना है कि मेरे छोटे भाई का इलाज राजस्थान के कोटा से चल रहा है. उसकी दवाइयां खत्म हो गई थीं तो मैंने शहरी विकास परियोजना अधिकारी ताराचंद्र धूलिया से परमिशन की बात कही तो उन्होंने मुझसे कहा कि बैंसला मेडिकल हमने अधिकृत किया है और जो भी आप की दवाइयां हैं, पर्चा लेकर वहां चले जाओ वह आपकी दवाइयां मंगा देंगे. जब वो बैंसला मेडिकल गए तो उनकी 2680 रुपए की दवाइयों पर 500 रुपए का कमीशन मेडिकल संचालक के द्वारा मांगा जा रहा है. वहीं ताराचंद धूलिया का कहना है हमारे द्वारा बैंसला मेडिकल को रेट टू रेट दवा देने के लिए अधिकृत किया गया था अगर इस तरह की कमीशन लेकर दवाइयां मंगाई जा रही हैं. तो हम इसकी जांच करवा कर कार्रवाई करेंगे.