शाजापुर। अल्प प्रवास पर शाजापुर पहुंचे उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस विधायकों को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि, 'उपचुनाव के मतदान की तारीख नजदीक आते-आते संभाग के कई विधायक मेरे और मुख्यमंत्री के संपर्क में हैं', लेकिन अभी उन्होंने उन्हें अपनी ही पार्टी में रहने की हिदायत दी है. वहीं मंत्री मोहन ने जीतू पटवारी पर अधिकारियों को धमकाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि, 'जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, कांग्रेस के नेता अपने ही अंदाज में अधिकारियों को धमका रहे हैं. उससे माहौल बिगड़ रहा है. मध्यप्रदेश शांति का टापू है. अब भी समय है कि, राजनीतिक दल अपने दल की बात करें, विकास की बात करें, स्वस्थ बहस करें. 15 साल के विकास की बात हम करेंगे, डेढ़ साल की उपलब्धियों को वो गिनाएं. उन्होंने कुछ किया ही नहीं है, इसलिए वे भाग रहे हैं'.
मंत्री मोहन यादव ने कहा कि, 'कांग्रेस के अंदर लोगों का दम घुट रहा है. विकास के मामलों और अन्य मुद्दों पर कांग्रेस फेल हुई है. कांग्रेस के इन्हीं कर्मों से विधायकों ने पार्टी का दामन छोड़कर भाजपा का हाथ थामा है. उन्होंने चार से ज्यादा विधायकों के संपर्क में होने का दावा किया है. इसके साथ ही यादव ने कहा कि, फिलहाल उन विधायकों खुद की पार्टी में रहने की नसीहत दी है.
मोहन यादन ने कहा, 'कांग्रेस के विधायकों का अपने दल में दम घुट रहा है, वो आना चाहते हैं, तो हम क्या करें. हम चाह ही नहीं रहे हैं, कि वे हमारे पास आएं, हमें हमारे लोगों को भी संभालकर रखना है. भाजपा किसी भी दल को तोड़ने का काम नहीं करती है. यदि कोई कार्यकर्ता या विधायक मान-सम्मान के लिए भाजपा में आना चाहता है, तो उनका स्वागत है'.
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उच्च शिक्षा विभाग को करोड़ों की सौगात
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने प्रदेश के 5800 प्राध्यापकों को दीपावली का तोहफा दिया है, उन्होंने प्राध्यापकों को 357 करोड़ की सौगात देने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि, प्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों में नियमित रूप से कार्यरत शैक्षणिक वर्ग के प्राचार्य, प्राध्यापकों, सहायक प्राध्यापकों और अन्य कर्मचारियों को सातवें वेतनमान के एरियर का भुगतान किया जाना है. कोरोना काल में उक्त एरियर के भुगतान के लिए 715 करोड़ का व्यय भार आएगा. एरियर की राशि का 50 प्रतिशत 357 करोड़ राज्य और 50 प्रतिशत केंद्र शासन द्वारा वहन किया जाएगा. इससे लगभग 6 हजार प्राचार्य एवं प्राध्यापक लाभान्वित होंगे. यादव ने कहा कि, अतिथि विद्वान के साथ-साथ जनभागीदारी समितियों में काम कर रहे कर्मचारियों के लिए भी शासन नई कार्ययोजना बनाकर उन्हें भी लाभान्वित करने वाला है.