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जानलेवा अंधविश्वास..शहडोल जिले में निमोनिया पीड़ित 3 माह की मासूम को गर्म सलाखों से दागा, मौत

शहडोल जिले में दगना कुप्रथा के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. फिर 3 माह की एक मासूम बच्ची को गर्म सलाखों से दागा गया. इससे हालत बिगड़ गई. हॉस्पिटल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. बच्ची निमोनिया से पीड़ित थी. Girl burnt with hot rods died

baby suffering from pneumonia burnt with hot rods died
निमोनिया पीड़ित 3 माह की मासूम को गर्म सलाखों से दागा, मौत
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 22, 2023, 3:23 PM IST

शहडोल। शहडोल जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है. यहां पर दगना कुप्रथा बहुत ज्यादा हावी है. आए दिन दगना कुप्रथा के मामले भी सामने आते रहते हैं. एक बार फिर से शहडोल जिले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां दगना कुप्रथा का शिकार एक मासूम बच्ची हो गई है. गर्म सलाखों से दागने से तीन माह की बच्ची की मौत हो गई है. जिला मुख्यालय से लगे सोहागपुर के पटासी गांव की ये घटना है. यहां एक मासूम बच्ची को निमोनिया और सांस लेने में तकलीफ हुई. Girl burnt with hot rods died

माता-पिता ने ही गर्म सलाखों से दगवाया : इस बीमारी के बाद मासूम बच्ची को उसके माता-पिता ने ही गर्म सलाखों से कई बार दगवा दिया. गांव की ही एक दाई ने उसे गर्म सलाखों से दागा. दागने के बाद बच्ची की हालत बिगड़ गई, जिसे आननफानन में शहडोल जिला अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया, लेकिन उपचार के दौरान ही मासूम बच्ची की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि बच्ची के शरीर पर दागने के कई निशान थे. दागने के बाद मासूम बच्ची की हालत खराब होने पर उसके पिता उसे 19 दिसंबर को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. Girl burnt with hot rods died

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प्रशासन ने दिए जांच के आदेश : अस्पताल में डॉक्टरों ने निमोनिया बताया. इस मामले को लेकर सोहागपुर एसडीएम प्रगति वर्मा का कहना है कि दगना कुप्रथा को रोकने के लिए जिला प्रशासन लगातार अभियान चला रहा है. इस मामले में भी संबंधित विभाग को जांच के आदेश दिए हैं. गौरतलब है कि शहडोल जिले में दगना कुप्रथा बहुत ज्यादा है. आए दिन दगना कुप्रथा के मामले सामने आते रहते हैं, जिसके शिकार मासूम बच्चे होते हैं. हालांकि जिला प्रशासन भी लगातार दगना कुप्रथा को लेकर लगातार लोगों को अवेयर कर रहा है. लेकिन मामले कम नहीं हो रहे हैं. Girl burnt with hot rods died

शहडोल। शहडोल जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है. यहां पर दगना कुप्रथा बहुत ज्यादा हावी है. आए दिन दगना कुप्रथा के मामले भी सामने आते रहते हैं. एक बार फिर से शहडोल जिले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां दगना कुप्रथा का शिकार एक मासूम बच्ची हो गई है. गर्म सलाखों से दागने से तीन माह की बच्ची की मौत हो गई है. जिला मुख्यालय से लगे सोहागपुर के पटासी गांव की ये घटना है. यहां एक मासूम बच्ची को निमोनिया और सांस लेने में तकलीफ हुई. Girl burnt with hot rods died

माता-पिता ने ही गर्म सलाखों से दगवाया : इस बीमारी के बाद मासूम बच्ची को उसके माता-पिता ने ही गर्म सलाखों से कई बार दगवा दिया. गांव की ही एक दाई ने उसे गर्म सलाखों से दागा. दागने के बाद बच्ची की हालत बिगड़ गई, जिसे आननफानन में शहडोल जिला अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया, लेकिन उपचार के दौरान ही मासूम बच्ची की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि बच्ची के शरीर पर दागने के कई निशान थे. दागने के बाद मासूम बच्ची की हालत खराब होने पर उसके पिता उसे 19 दिसंबर को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. Girl burnt with hot rods died

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