अदोनीः आंध्र प्रदेश का शहर अदोनी, कभी सिर्फ सोने और कपड़ों के व्यापार के लिए जाना जाता था. अब सोने की तस्करी का गढ़ बनता जा रहा है. केरल, चेन्नई, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों से सोना लाकर अदोनी में बेचा जाता है. सोने की इस चमक के पीछे एक काली कहानी छिपी है, जो कानून और टैक्स सिस्टम दोनों को चकमा दे रही है. इस अवैध गतिविधियों ने अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है.
तस्करी का सोना बरामदः अदोनी शहर विभिन्न वस्तुओं के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है. पूरे राज्य और उसके बाहर के व्यापारियों को आकर्षित करता है. यहां ट्रेनों से शराब और सोने की तस्करी के मामले भी बढ़े हैं. हाल ही में, केंद्रीय उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क अधिकारियों ने 1 करोड़ रुपये मूल्य के 13 किलोग्राम सोने का बिस्कुट पकड़ा था. केरल से ट्रेन में सोना लाया जा रहा था. 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
क्यों बढ़ी सोने की तस्करीः कहा जाता है कि अदोनी में व्यापारियों ने कथित तौर पर टैक्स और जीएसटी चोरी करने के लिए 'शून्य दर वाली सोने की तस्करी प्रणाली' विकसित की है. वे केरल, चेन्नई, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों में जाते हैं और स्थानीय व्यापारियों से थोक में सोने के बिस्कुट खरीदते हैं. इन सोने के बिस्कुटों को चोरी-छिपे ट्रेनों से लाते हैं. वे जीएसटी और अन्य टैक्सों का भुगतान करने से बच जाते हैं.
शराब की भी हो रही तस्करीः सोने की तस्करी के अलावा, अदोनी में शराब की तस्करी भी बढ़ी है. अदोनी-रायचूर, बेल्लारी-गुंटकल-अदोनी और बेंगलुरु-अदोनी जैसी ट्रेनों का उपयोग शराब के टेट्रा पैकेट लाने के लिए किया जाता है. अक्सर बैग में छिपाकर यात्री के रूप में तस्करों के द्वारा शराब लायी जाती है. कुछ व्यापारियों ने इसके लिए एजेंट को नियुक्त कर रखा है.
कई शहरों को जोड़ता है रेलमार्गः अदोनी रेलवे स्टेशन एक महत्वपूर्ण स्टेशन है. यहां से प्रतिदिन लगभग 21 ट्रेनें गुजरती हैं. ये ट्रेनें मुंबई, दिल्ली, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना और कर्नाटक के प्रमुख शहरों को जोड़ती है. ट्रेनों की बेहतर कनेक्टिविटी ने तस्करों और अवैध गतिविधियों में लिप्त व्यापारियों के लिए रास्ता आसान कर दिया.
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