शहडोल। ठंड का सीजन शुरू होते ही कई घरों में अलसी के लड्डू (alsi laddu) बनने लग जाते हैं. ठंड के सीजन में अलसी के लड्डू को यहां के लोग सेहत के लिए बहुत ही शानदार मानते हैं. कुछ लोग तो साल भर अलसी के लड्डू का सेवन करते हैं. आखिर अलसी के लड्डू में इतना खास क्या है, जो लोगों को नियमित रूप से इसका सेवन करने को मजबूर करता है. आएये जानते हैं कैसे बनता है यह लड्डू.
ठंड शुरू होते ही घर-घर बनते हैं अलसी के लड्डू
शहडोल जिला आदिवासी बहुल कृषि प्रधान जिला है. यहां पर ठंड का सीजन शुरू होते ही घर-घर में अलसी के लड्डू बनने शुरू हो जाते हैं, जिसे यहां के लोग बड़े ही चाव से खाते हैं. यहां के लोगों का ऐसा मानना भी है कि अलसी का लड्डू सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है. कई सारी बीमारियां इसका सेवन करने मात्र से ही चली जाती हैं.
ऐसे बनाएं अलसी के लड्डू (How to prepare alsi laddu)
जिले के पड़मनिया गांव की रहने वाली ममता साहू कहती हैं कि साल के 12 महीने वह घर में अलसी के लड्डू बनाकर रखती हैं. वह अपने परिवार के हर सदस्य को हर दिन अलसी के लड्डू का सेवन करवाती हैं. इसकी बनाने की प्रक्रिया का जिक्र करते हुए ममता ने बताया कि इन्हें बनाने के लिए सबसे पहले अलसी को अच्छे से साफ कर लें. इसे धोने के बाद धूप में अलसी को सुखा लें. जब वह जाए तो इसे कढ़ाई में रखकर सही ढंग से भून लें, ध्यान रहे कि भूनते वक्त अलसी पूरी तरह से फूट जानी चाहिए. अलसी के भुन जाने के बाद इसमें ड्राई फ्रूट मिलाएं. इसके बाद इसे गुड़ और घी के साथ बांध लें.
सेहत के लिए फायदेमंद है अलसी
ममता ने बताया कि अलसी के लड्डू खाने से महिलाओं की कमर में दर्द नहीं होता है. इसके साथ ही थकान भी नहीं होती है. इससे स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है. ममता ने बताया कि ठंड ही नहीं इन्हें किसी भी सीजन में बनाकर खाया जा सकता है.
अलसी के लड्डू की सामग्री (ingredients for alsi laddu)
अलसी के लड्डू बनाने के लिए बहुत ज्यादा सामान की जरूरत नहीं पड़ती है. अलसी के लड्डू बनाने के लिए आपके पास अलसी, ड्राइफ्रूट, गुड़ और घी होना चाहिए.
Ujjain Kaal Bhairav savari : नगर भ्रमण पर निकले नगर कोतवाल, जेल से कैदियों ने की फूलों की बारिश
अलसी के लड्डू खाने के फायदे (benefit of alsi laddu)
कृषि विज्ञान केंद्र की खाद्य वैज्ञानिक अल्पना शर्मा ने अलसी की खासियत के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि अलसी ओमेगा-3 फैटी एसिड की तरह काम करता है. आप ऐसे समझे की जो अच्छा कोलेस्ट्रोल होता है, वह फैटी एसिड में पाया जाता है. हार्ट और हाई बीपी वाले पेशेंट के लिए इसका सुझाव दिया जाता है. यह बहुत ज्यादा फाइबर रिच है. इसमें हाई क्वालिटी प्रोटीन पाया जाता है. यह बॉडी में जाकर कहीं भी ब्लॉकेज नहीं करता है. इसके अलावा महिलाओं में इमबैलेंस होने वाले हार्मोन को भी यह बैलेंस करता है.