शहडोल। मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी, डॉक्टर बुधवार को सामूहिक अवकाश पर रहे जिसका असर जिला अस्पताल में देखने को मिला, क्योंकि मेडिकल कॉलेज के भी अलग-अलग विशेषज्ञ डॉक्टर अभी जिला चिकित्सालय में ही मरीजों को देखते हैं, हर दिन हजारों की संख्या में अलग-अलग बीमारी के मरीज इन डॉक्टर्स से इलाज कराने पहुंचते हैं. लेकिन बुधवार को मरीज एक दिन के अवकाश के दौरान 12 बजे के बाद मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स का इंतजार करते रहे.
इन मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
शहडोल संभाग में इसी साल से मेडिकल कॉलेज शुरू होने जा रहा है फैकल्टी आ चुकी है और जिला अस्पताल में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स मरीजों को देखने भी लगे हैं. इतना ही नहीं विशेषज्ञ डॉक्टर्स को दिखाने के लिए मरीज हर दिन पहुंच रहे हैं. लेकिन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स फैकल्टी सातवां वेतनमान लागू करने के साथ ही कई और मांगों को लेकर एक दिन के लिए सामूहिक अवकाश पर रहे, हालांकि 12 बजे तक डॉक्टर्स ने मरीजों को भी देखा लेकिन उसके बाद वो नहीं बैठे और मरीज परेशान होते रहे.
डीन को पहले दी गई थी जानकारी
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर मिलिंद शिरालकर के मुताबिक उन्हें सभी फैकल्टी ने कल ही इसकी सूचना दी थी की वे सामूहिक अवकाश पर रहेंगे. देर रात चिकित्सा शिक्षा विभाग ने भी एसमा लगा दिया था, इसकी सूचना भी सभी चिकित्सकों को दे दी गई थी. मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में आज भी लोग काम कर रहे हैं, जिसको भी जो जिम्मेदारी दी गई है वो उसे पूरा कर रहा है.
जिला चिकित्सालय की ओपीडी में रही भीड़
इस दौरान जिला चिकित्सालय के ओपीडी में मरीजों की भीड़ देखने को मिली और जिला चिकित्सालय के डॉक्टर ही लगातार मरीजों को देखते रहे. इस बारे में जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ. उमेश नामदेव ने कहा उनके सामूहिक अवकाश से दिक्कत तो थोड़ी बहुत हो रही है लेकिन जिला चिकित्सालय का स्टाफ सभी मरीजों को अटेंड करेगा, कोशिश रहेगी कि यहां आया हुआ कोई मरीज बिना इलाज के न जाए.
गौरतलब है कि शहडोल संभाग का जिला चिकित्सालय संभाग का सबसे बड़ा चिकित्सालय है और यहीं पर अभी मेडिकल कॉलेज के भी अलग अलग एक्सपर्ट डॉक्टर मरीजों के देखते हैं यहां शहडोल संभाग के अलावा डिंडोरी, मंडला, और छतीसगढ़ के जनकपुर से भी मरीज़ आते हैं ऐसे में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स का ये सामूहिक अवकाश अंचल के मरीजों के लिए काफी मुश्किल भरा रहा.