शहडोल। जिले में एक ऑडियो के वायरल हो रहा है, जिससे शहडोल के प्रशासनिक गलियारे में हड़कंप मचा दिया. क्योंकि ये ऑडियो रेत माफिया और गोहपारू रेंजर पुष्पा सिंह के बीच हुई बातचीत का बताया जा रहा है. ये ऑडियो लगभग 5 से 7 माह पुराना है, जिसमें एक महिला किसी व्यक्ति से बात करते हुए अवैध खनन के एवज में पैसों की मांग कर रही है. मामला सामने आने के बाद सीसीएफ ने इस ऑडियो की जांच के आदेश दे दिए हैं और जिसके लिए एक अधिकारी भी नियुक्त किया गया है.
ऑडियो की बातचीत
ऑडियो में महिला रेंजर साफ-साफ कह रही है कि ,हमें भी ऊपर तक मैनेजमेंट देखना पड़ता है. ऑडियो में पहले विक्रम नाम का एक व्यक्ति मोबाइल पर रेंजर मैडम से किसी की बात कराता है. शुरुआत से ही रेत के कारोबार को लेकर मैनेज करने की बात चलती है. इस पर एक ओर से कोई महिला अफसर कहती है कि जहां पर उनका कारोबार चलता है, (खदान और स्थान का जिक्र नहीं है) वहां पर उन्होंने पैर तक नहीं रखा जब भी किसी प्रकार की प्रशासनिक कार्रवाई की बात आती है, तो समय रहते सूचित करने की बात भी कही गई है. इस पर दूसरे तफर से कहा जाता है कि जब खदान चालू हुई थी तब भी आपके सहयोग की तारीफ हुई थी. इस समय बड़ी परेशानी है, इसलिए थोड़ा कंप्रोमाइज कर लें.
इस पर महिला अफसर दूसरी ओर से खदान में कलेक्टर के सहयोग से मशीन लगावाने की बात कहती है. साथ ही व्यक्ति की तरक्की की कामना करती है और कहती है कि हमने ज्यादा अमाउंट बोला भी नहीं है. खदान हमारे एरिया में है तो तीन बार बोल चुके हैं, हमें अपने ऊपर वालों को भी मैनेज करना होता. वे यहां तक कहती हैं कि कलेक्टर साहब ने एक आदेश निकालकर और तकलीफ बढ़ा दी है. टास्क फोर्स में भी खनिज राजस्व के साथ वन को भी जोड़ दिया है. जिस व्यक्ति कि महिला अफसर से बात हो रही है उसका नाम विक्रम बताया जा रहा है. व्यक्ति को मैडम के कहे अनुसार सहयोग करने को कह देता है और बातचीत यहीं खत्म हो जाती है.
जांच के दिए आदेश
सीसीएफ पीके वर्मा ने इस वायरल ऑडियो को लेकर कहा कि आज ही हमें यह ऑडियो मिला, जिसके जांच के आदेश दिए गए हैं. जांच के लिए सीसीएफ ने एक SDO को नियुक्त किया है. पीके वर्मा का कहना है कि ऑडियो में आपत्तिजनक शब्दों का उपयोग किया गया है. इसकी जांच की जा रही है, अगर महिला रेंजर इसमें दोषी पाई जाती हैं, तो उनके खिलाफ काड़ी कार्रवाई की जाएगी.
नोट : ईटीवी भारत इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता