सीहोर। मध्यप्रदेश की हृदयस्थली पुण्य सलिला मां नर्मदा के तट से सीहोर जिले से 110 किलोमीटर दूरी पर विंध्याचल की हसीन वादियों में प्रकृति ने अपनी अनमोल छटा बिखेर रखी है. यहां देवीधाम सलकनपुर है. सोमवार से शारदीय नवरात्रि की शुरूआत हो गई है, नवरात्र के पहले दिन शैलपुत्री की पूजा होती है. इस पर्व की वजह से मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. प्रसिद्ध सलकनपुर धाम में इस नवरात्रि के पावन पर्व पर श्रद्धालुओं के लिए स्व सहायता समूह की महिलाओं ने भोग तैयार किया है. (shardiya navratri 2022) (sehore bijasan devi temple)
![shardiya navratri 2022](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/sehore-26-sd_26092022153032_2609f_1664186432_388.jpeg)
स्व सहायता समूह की महिलाएं तैयार कर रहीं भोग: पिछले साल की तरह इस साल भी स्व सहायता समूह की महिलाओं ने सलकनपुर मंदिर परिसर में भोग प्रसादम् का स्टॉल लगाया है. मंदिर परिसर में लगाए गए भोग प्रसादम् स्टॉल के संचालन का कार्य ग्राम संगठन सलकनपुर को दिया गया है. इसके निर्माण के लिए मालीबायां में यूनिट तैयार की गई है. सलकनपुर भोग प्रसाद का शुभारंभ पिछले साल नवरात्रि के प्रथम दिन पर किया गया था. तब से लेकर आज तक प्रसाद तैयार कर वितरण किया जा रहा है. इसमें अब तक कुल 25 लाख से अधिक का प्रसाद विक्रय किया जा चुका है. (who is maa shailputri) (navratri first day shailputri worship)
![navratri 1st day shailputri puja](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/sehore-26-sd_26092022153032_2609f_1664186432_648.jpeg)
कमाई का 5 प्रतिशत देवी मां को अर्पित: ग्राम संगठन की सदस्य रजनी ने बताया कि समूह की महिलाओं ने ये निर्णय लिया है कि, पूरे साल सलकनपुर प्रसादम् केंद्र का ऑडिट कर प्राप्त शुद्ध आय का 5 प्रतिशत देवी धाम सलकनपुर को समर्पित किया जाएगा. प्रदेश सरकार की महिलाओं को सशक्त बनाने की योजनाओं के चलते महिलाएं न केवल परिवार को चलाने में आर्थिक सहयोग दे रही हैं, बल्कि वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र और स्वलंबी भी बन रही हैं. महिलाओं को आगे बढ़ाने में स्व-सहायता समूहों का महत्वपूर्ण योगदान है. समूह से लोन लेकर महिलाएं छोटी-छोटी आर्थिक गतिविधियों के माध्यम से परिवार की उन्नति का मार्ग प्रशस्त कर रहीं हैं. (salkanpur dham self help group prepared bhog)