सीहोर। मध्य प्रदेश के सभी शासकीय स्कूलों में 19 अक्टूबर को अभिभावक-शिक्षक सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सीहोर जिले के इच्छावर के एक शासकीय स्कूल में प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी भी कार्यक्रम में शामिल हुए. जहां उन्होंने छात्र-छात्राओं के अभिभावकों से बात कर उनकी समस्यों को समझा.
स्कूल शिक्षा मंत्री ने बताया कि पहले परीक्षा के खराब परिणामों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने उन स्कूलों को चिन्हित करके शिक्षकों की परीक्षाएं आयोजित करवाई गई. परिणाम आने पर जो शिक्षक परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाए उनके लिए दौबारा परीक्षा और प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है. इतने पर भी यदि उनका परिणाम नहीं सुधरता है तो उन पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
स्कूल शिक्षा मंत्री ने बताया कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर इतना अधिक उन्नत करेंगे कि परिणाम देखकर लोग अपने बच्चों को निजी स्कूलों से निकालकर शासकीय स्कूलों में प्रवेश दिलाने पर मजबूर हो जाएंगे.कि शिक्षा विभाग में ऐसे हजारों शिक्षक थे. जो अपने गृह जिले से सैकड़ों मील दूर रहकर शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे थे और अपने स्थानांतरण के लिए प्रयासरत थे. स्थानांतरण प्रक्रिया को आसान करते हुए ऑनलाईन आवेदन के आधार पर हजारों शिक्षक-शिक्षिकाओं के स्थानांतरण किए गए हैं.
कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों ने मंत्री डॉ चौधरी को बताया कि शिक्षक-अभिभावक सम्मेलन शुरु होने से निजी स्कूलों की तरह शिक्षक-अभिभावकों का संवाद बना रहेगा और स्कूल की गतिविधियों की भी जानकारी अभिभावकों को मिलती रहेगी.