सतना। कहने को तो दोनों नवयुवक नाबालिग हैं, उम्र साढ़े 17 साल है लेकिन हैं बड़े शातिर. आपस में दोनों का मामा-भांजे का रिश्ता है. इन्हें मोटर साइकिल के लॉक तोड़ने में महारथ हासिल हो चुकी है और अब तक दर्जनों मोटरसाइकिल चुराकर बेच चुके हैं. पुलिस ने इनके पास से चोरी की 17 मोटर साइकिल जब्त की हैं.पूछताछ चल रही है और भी चोरी के मामलों के खुलासे की उम्मीद है.
शौक ने बनाया चोर: पुलिस की माने तो दोनों नवयुवक बेरोजगारी के चलते अपनी जरुरतें और शौक पूरा करने को लेकर मोटरसाइकिल चुराते थे. इन्हें कोई भी छोटा-मोटा रोजगार नहीं मिल रहा था, ऐसे में दोनों नवयुवक ने गाड़ी चोरी करने का तरीका अपनाया. चोरी की गाड़ियों को बेचकर कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाते थे. धीरे-धीरे उनकी आदतें चोरी में बढ़ गई और सतना सहित अन्य जगहों पर यह लगातार दो पहिया वाहनों की चोरी करने लगे.
मामा-भांजे का है रिश्ता: यह दोनों नवयुवक रिश्ते में मामा भांजे लगते हैं जिनमें से मामा सतना जिले का तो भांजा सीधी जिले का निवासी है. दोनों मामा भांजे ने लगातार अभी तक 17 मोटरसाइकिल चोरी की है. पुलिस ने सभी मोटरसाइकिल बरामद कर दोनों मामा-भांजे चोरों को बाल न्यायालय में पेश किया है.
क्या कहना है पुलिस का: कोलगंवा थाना प्रभारी सुदीप सोनी ने बताया कि दो नाबालिगों से चोरी की करीब 17 मोटरसाइकिल बरामद की गई हैं. सामान्यतः चेकिंग के दौरान दोनों से जब उनकी मोटरसाइकिल के दस्तावेज के बारे में पूछताछ की गई तो उनके पास वैधानिक दस्तावेज नहीं पाए गए. पुलिस दोनों नवयुवकों को लेकर थाने पहुंची और कड़ाई से पूछताछ की गई तो दोनों ने करीब 17 मोटरसाइकिल का राज खोला. दोनों का कहना है कि रोजगार की आड़ में उन्होंने चोरी का तरीका अपनाया, जिससे अपनी जरूरत को पूरा करते थे.