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Scindia Side Effects भाजपा के मूल कार्यकर्ताओं का सम्मान घटा, रो पड़े मंत्री भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदार राजकुमार - सागर सिंधिया के साइड इफेक्ट

माधवराव सिंधिया के भाजपा में आने से एक ओर जहां मध्यप्रदेश में वह पुनः सत्ता में काबिज होने में सफल रही. वहीं दूसरी ओर उसके साइड इफेक्ट भी दिखने लगे हैं. भाजपा के मूल कार्यकर्ता सिंधिया समर्थक नेताओं की उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं. उनमें इसको लेकर असंतोष पनप रहा है. इसका आगामी विधानसभा चुनाव में कितना प्रभाव पड़ेगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन इन जमीनी कार्यकर्ताओं को साधना अब बड़ी चुनौती बनने जा रहा है. सिंधिया समर्थक मंत्री गोविंद सिंह की ताकत का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि उन्होंने भाजपा के ही मंत्री भूपेंद्र सिंह राजपूत के रिश्तेदार राजकुमार सिंह को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित करवा दिया. (mp mission 2023 bjp) (assembly election 2023) (sagar scindia side effects)

sagar scindia side effects
सिंधिया के आने से मूल भाजपा कार्यकर्ताओं का सम्मान घटा
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Published : Oct 19, 2022, 11:01 PM IST

सागर। ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस से तोड़कर भाजपा ने मध्यप्रदेश में सरकार बना ली. ज्योतिरादित्य सिंधिया की भाजपा में आमद के साइड इफेक्ट अब नजर आने लगे हैं. विधानसभा चुनाव 2023 के पहले ये स्थिति भाजपा के लिए चिंताजनक है. खासकर बुंदेलखंड में घटे एक घटनाक्रम ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. वैसे तो बुंदेलखंड में सिंधिया गुट काफी मजबूत नहीं है. और सिर्फ एक समर्थक राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत बुंदेलखंड से आते हैं. भाजपा में गोविंद सिंह राजपूत की आमद के बाद भाजपा के मूल सदस्य परेशान हैं. यहां तक की मंत्री भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदार राजकुमार सिंह धानोरा, जो 30 सालों से भाजपा की सेवा कर रहे हैं, उनको मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के क्षेत्र में स्थानीय प्रत्याशी की मांग का समर्थन करना इतना भारी पड़ गया कि भाजपा ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया. हालात ये है कि भूपेंद्र सिंह के करीबी रिश्तेदार होने के बाद भी भूपेंद्र सिंह उनकी मदद नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में अब भाजपा का असल कार्यकर्ता अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है. (respect of bjp workers decreased)

बुंदेलखंड की सियासत में मजबूती की तरफ सिंधिया, गोविंद के सहारे दिग्गज गोपाल भार्गव को साधने में कामयाब

क्या है मामलाः कांग्रेस से बगावत कर मप्र में भाजपा की सरकार बनवाने वाले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बुंदेलखंड में सिर्फ एकमात्र समर्थक हैं. सागर जिले के सुरखी विधानसभा के विधायक और मप्र सरकार के राजस्व परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत सिंधिया के सबसे ज्यादा करीबी हैं. उनके विधानसभा क्षेत्र में मंत्री नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदार और सागर भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह धनोरा को पद से हटाकर भाजपा से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है. दरअसल गोविंद सिंह राजपूत का विधानसभा क्षेत्र भले ही सुरखी हो, लेकिन वे सुरखी के मूल निवासी नहीं हैं. वे नरयावली विधानसभा क्षेत्र के जेरई गांव के निवासी हैं. वो भले भाजपा में शामिल हो चुके हैं, लेकिन मंत्री भूपेंद्र सिंह राजपूत के रिश्तेदार राजकुमार सिंह धनोरा द्वारा सुरखी क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा चलाई जा रही स्थानीय प्रत्याशी की मांग का समर्थन करना इतना भारी पड़ गया कि उनको पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया. वह पिछले 30 सालों से भाजपा की निष्ठा और ईमानदारी के साथ सेवा करते आ रहे हैं. (mp mission 2023 bjp) (assembly election 2023) (rajkumar relative of minister bhupendra singh wept)

रो पड़े मंत्री भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदार राजकुमार

रो पड़े मंत्री भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदारः भाजपा से निष्कासित नेता राजकुमार सिंह धानोरा को उम्मीद थी कि भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदार होने और पार्टी के 30 साल पुराने कार्यकर्ता होने के कारण पार्टी में उनको सुनवाई का मौका दिया जाएगा. उन्होंने भोपाल जाकर प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा से बात की, तो उन्होंने जिलाध्यक्ष से मिलने के लिए कह दिया. जिला अध्यक्ष भी लाचार नजर आए. पार्टी में अपने साथ हुए दुर्व्यवहार और आपबीती सुनाते हुए राजकुमार सिंह धानोरा भावुक हो गए और रोने लगे. उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उनके साथ निष्कासन जैसी कार्रवाई हो जाएगी. मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने पूरी ताकत लगाकर ज्योतिरादित्य सिंधिया की मदद से राजकुमार सिंह धानोरा को जिलाध्यक्ष पद से तो हटवाया ही साथ ही पार्टी से निष्कासित करवा दिया. राजकुमार सिंह धानोरा कहते है कि मैंने 30 साल पार्टी के सेवा की, उसके बाद भी अत्याचार किया गया. आज तक कोई कह दे कि एक रुपए का मेरे ऊपर कलंक हो. 30 साल की मेहनत के बाद पार्टी ने एक मिनट में कीड़े-मकोड़े की तरह निष्कासित कर दिया. (rajkumar relative of minister bhupendra singh wept)

घटा मूल भाजपा कार्यकर्ताओं का सम्मानः राजकुमार सिंह धनोरा का कहना है कि सिंधिया के आने और उनके साथ जो उनकी पूरी टीम आई है. उससे कहीं ना कहीं मूल भाजपा कार्यकर्ता प्रताड़ित है. उनका सम्मान नहीं रखा जा रहा है. पुराने कार्यकर्ता को कुछ भी नहीं चाहिए. सिर्फ उनको मान सम्मान चाहिए. उनको धन दौलत नहीं चाहिए. वह स्वाभिमान के साथ रहता है, स्वाभिमान के साथ जीना चाहता है. भाजपा का कार्यकर्ता चुनाव में बगैर खाए पिए अपने जेब के पैसे खर्च करके पार्टी के लिए काम करता है. आज सुरखी विधानसभा क्षेत्र में गेहूं खरीदी, मूंग खरीदी, धान खरीदी केंद्र हो या खाद विक्रय केंद्र हो पूरे लोग जो कांग्रेस से भाजपा में आए वह चला रहे हैं. पंचायतों के सरपंच काम नहीं कर सकते हैं. सरपंचों को बोल दिया गया है कि हमारा आदमी काम करेगा,आप राशि निकाल कर उन्हें दे दो. अतिथि शिक्षक, कपिलधारा कुआ और प्रधानमंत्री आवास का काम बिना मंत्री के पत्र के नहीं होता है. (mp mission 2023 bjp) (assembly election 2023) (reduced respect of original bjp workers)

सागर। ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस से तोड़कर भाजपा ने मध्यप्रदेश में सरकार बना ली. ज्योतिरादित्य सिंधिया की भाजपा में आमद के साइड इफेक्ट अब नजर आने लगे हैं. विधानसभा चुनाव 2023 के पहले ये स्थिति भाजपा के लिए चिंताजनक है. खासकर बुंदेलखंड में घटे एक घटनाक्रम ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. वैसे तो बुंदेलखंड में सिंधिया गुट काफी मजबूत नहीं है. और सिर्फ एक समर्थक राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत बुंदेलखंड से आते हैं. भाजपा में गोविंद सिंह राजपूत की आमद के बाद भाजपा के मूल सदस्य परेशान हैं. यहां तक की मंत्री भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदार राजकुमार सिंह धानोरा, जो 30 सालों से भाजपा की सेवा कर रहे हैं, उनको मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के क्षेत्र में स्थानीय प्रत्याशी की मांग का समर्थन करना इतना भारी पड़ गया कि भाजपा ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया. हालात ये है कि भूपेंद्र सिंह के करीबी रिश्तेदार होने के बाद भी भूपेंद्र सिंह उनकी मदद नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में अब भाजपा का असल कार्यकर्ता अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है. (respect of bjp workers decreased)

बुंदेलखंड की सियासत में मजबूती की तरफ सिंधिया, गोविंद के सहारे दिग्गज गोपाल भार्गव को साधने में कामयाब

क्या है मामलाः कांग्रेस से बगावत कर मप्र में भाजपा की सरकार बनवाने वाले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बुंदेलखंड में सिर्फ एकमात्र समर्थक हैं. सागर जिले के सुरखी विधानसभा के विधायक और मप्र सरकार के राजस्व परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत सिंधिया के सबसे ज्यादा करीबी हैं. उनके विधानसभा क्षेत्र में मंत्री नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदार और सागर भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह धनोरा को पद से हटाकर भाजपा से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है. दरअसल गोविंद सिंह राजपूत का विधानसभा क्षेत्र भले ही सुरखी हो, लेकिन वे सुरखी के मूल निवासी नहीं हैं. वे नरयावली विधानसभा क्षेत्र के जेरई गांव के निवासी हैं. वो भले भाजपा में शामिल हो चुके हैं, लेकिन मंत्री भूपेंद्र सिंह राजपूत के रिश्तेदार राजकुमार सिंह धनोरा द्वारा सुरखी क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा चलाई जा रही स्थानीय प्रत्याशी की मांग का समर्थन करना इतना भारी पड़ गया कि उनको पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया. वह पिछले 30 सालों से भाजपा की निष्ठा और ईमानदारी के साथ सेवा करते आ रहे हैं. (mp mission 2023 bjp) (assembly election 2023) (rajkumar relative of minister bhupendra singh wept)

रो पड़े मंत्री भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदार राजकुमार

रो पड़े मंत्री भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदारः भाजपा से निष्कासित नेता राजकुमार सिंह धानोरा को उम्मीद थी कि भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदार होने और पार्टी के 30 साल पुराने कार्यकर्ता होने के कारण पार्टी में उनको सुनवाई का मौका दिया जाएगा. उन्होंने भोपाल जाकर प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा से बात की, तो उन्होंने जिलाध्यक्ष से मिलने के लिए कह दिया. जिला अध्यक्ष भी लाचार नजर आए. पार्टी में अपने साथ हुए दुर्व्यवहार और आपबीती सुनाते हुए राजकुमार सिंह धानोरा भावुक हो गए और रोने लगे. उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उनके साथ निष्कासन जैसी कार्रवाई हो जाएगी. मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने पूरी ताकत लगाकर ज्योतिरादित्य सिंधिया की मदद से राजकुमार सिंह धानोरा को जिलाध्यक्ष पद से तो हटवाया ही साथ ही पार्टी से निष्कासित करवा दिया. राजकुमार सिंह धानोरा कहते है कि मैंने 30 साल पार्टी के सेवा की, उसके बाद भी अत्याचार किया गया. आज तक कोई कह दे कि एक रुपए का मेरे ऊपर कलंक हो. 30 साल की मेहनत के बाद पार्टी ने एक मिनट में कीड़े-मकोड़े की तरह निष्कासित कर दिया. (rajkumar relative of minister bhupendra singh wept)

घटा मूल भाजपा कार्यकर्ताओं का सम्मानः राजकुमार सिंह धनोरा का कहना है कि सिंधिया के आने और उनके साथ जो उनकी पूरी टीम आई है. उससे कहीं ना कहीं मूल भाजपा कार्यकर्ता प्रताड़ित है. उनका सम्मान नहीं रखा जा रहा है. पुराने कार्यकर्ता को कुछ भी नहीं चाहिए. सिर्फ उनको मान सम्मान चाहिए. उनको धन दौलत नहीं चाहिए. वह स्वाभिमान के साथ रहता है, स्वाभिमान के साथ जीना चाहता है. भाजपा का कार्यकर्ता चुनाव में बगैर खाए पिए अपने जेब के पैसे खर्च करके पार्टी के लिए काम करता है. आज सुरखी विधानसभा क्षेत्र में गेहूं खरीदी, मूंग खरीदी, धान खरीदी केंद्र हो या खाद विक्रय केंद्र हो पूरे लोग जो कांग्रेस से भाजपा में आए वह चला रहे हैं. पंचायतों के सरपंच काम नहीं कर सकते हैं. सरपंचों को बोल दिया गया है कि हमारा आदमी काम करेगा,आप राशि निकाल कर उन्हें दे दो. अतिथि शिक्षक, कपिलधारा कुआ और प्रधानमंत्री आवास का काम बिना मंत्री के पत्र के नहीं होता है. (mp mission 2023 bjp) (assembly election 2023) (reduced respect of original bjp workers)

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