सागर। शहर के उपनगरीय क्षेत्र मकरोनिया नगर पालिका परिषद का उपयंत्री आकाश राठौर अपने साथी सहित 25 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है. उपयंत्री ने ये रिश्वत ठेकेदार से सड़क निर्माण कार्य के भुगतान के एवज में मांगी थी. ठेकेदार द्वारा लोकायुक्त में शिकायत दर्ज की गई थी. लोकायुक्त ने शिकायत सही पाए जाने के बाद शुक्रवार को करीब रात 8 बजे रिश्वतखोर सब इंजीनियर और उसके साथियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. तीन आरोपियों में से एक आरोपी भागने में सफल रहा है. (sagar lokayukta raid) (engineer of municipality caught taking bribe)
जाने पूरा घटनाक्रमः दरअसल ठेकेदार मनीष स्वामी ने लोकायुक्त एसपी सागर कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि मकरोनिया नगर पालिका के सब इंजीनियर आकाश राठौर और असिस्टेंट इंजीनियर देवेंद्र धाकड़ सड़क निर्माण के बिलों के भुगतान के एवज में रिश्वत की मांग कर रहे हैं. शिकायत की पुष्टि के बाद लोकायुक्त सागर ने जाल बिछाया. मकरोनिया नगरपालिका के सब इंजीनियर और असिस्टेंट इंजीनियर द्वारा 32 हजार रुपए रिश्वत की मांग की जा रही थी. सब इंजीनियर और ठेकेदार की मोबाइल पर हुई बातचीत में सौदा 25 हजार में तय हुआ. शुक्रवार रात करीब 8 बजे मकरोनिया नगर पालिका कार्यालय में रिश्वत दिए जाने की बात तय हुई. ठेकेदार मनीष स्वामी के साथ लोकायुक्त की टीम भी नगरपालिका पहुंची थी. जहां सब इंजीनियर आकाश राठौर ने रिश्वत की राशि हेमंत बौद्ध को देने के लिए कहा गया. जैसे ही ठेकेदार मनीष स्वामी से हेमंत बौद्ध ने रिश्वत की राशि ली, लोकायुक्त टीम ने हेमंत बौद्ध को वहीं धर लिया और सब इंजीनियर को भी दबोचा लिया. (case registered under corruption act) (sagar lokayukta raid)
भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्जः लोकायुक्त निरीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि सड़क निर्माण कार्यों के एवज में असिस्टेंट इंजीनियर देवेंद्र धाकड़ और सब इंजीनियर आकाश राठौर द्वारा ठेकेदार मनीष स्वामी से करीब 5 लाख के भुगतान के एवज में 32 हजार रुपए रिश्वत मांगे जाने की शिकायत हुई थी. रिश्वत की राशि लेकर ठेकेदार मनीष स्वामी के साथ हमारी टीम भी पहुंची थी. जहां सब इंजीनियर आकाश राठौर ने पैसा हेमंत बौद्ध को देने कहा. जैसे ही हेमंत बौद्ध ने रिश्वत के पैसे लिए तो लोकायुक्त टीम ने धर दबोंचा। इस प्रकरण में भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7 (12) के तहत कार्रवाई की जा रही है। सब इंजीनियर आकाश राठौर और हेमंत बौद्ध के साथ असिस्टेंट इंजीनियर देवेन्द्र धाकड़ को आरोपी बनाया गया. असिस्टेंट इंजीनियर मौजूद नहीं थे, लेकिन वो रिश्वत के लेनदेन में शामिल हैं. (jr engineer caught taking bribe of 25 thousand) (case registered under corruption act)