सागर। हत्या मामले में जिले की पुलिस के साथ बड़ी सफलता लगी है, दरअसल बंडा थाना इलाके में पिछले हफ्ते शराब कारोबारी रवि राजा सिंह परिहार की मौत का मामला सामने आया था. हत्या की वारदात को आरोपियों ने हादसे में बदल दिया था, लेकिन परिजनों के बयान और पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि रवि राजा परिहार की हत्या उसके ड्राइवर और दोस्त ने मिलकर की थी. घटना बीते 29-30 नवम्बर की दरमियानी रात हुई थी, आरोपियों ने 6 लाख रूपये के लेनदेन पर रवि राजा को ठिकाने लगा दिया था.
हत्या को हादसा बताने की कोशिश: दरअसल 30 नवंबर को सागर कंट्रोल रूम से हत्या की सूचना मिली थी. विक्रम सिंह निवासी दलपतपुर थाना बण्डा ने पुलिस को बताया कि बंडा में सोनी पेट्रोल पम्प के सामने वाहन दुर्घटनाग्रस्त हुआ है, सूचना पर पुलिस पहुंची, लेकिन तब तक रवि राजा परिहार छतरपुर निवासी की मौत हो चुकी थी, जबकि ड्राइवर रवि यादव घायल था, जिसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा. वहीं मृतक के परिजन इसे हादसा मानने तैयार नहीं थे. उनका कहना था कि लूट की नीयत से मर्डर किया गया है. पुलिस ने पेट्रोल पंप के आसपास 200 मीटर के दायरे में जांच की, तो वहां किसी भी तरह से दुर्घटना और मारपीट जैसी घटना के साक्ष्य नहीं मिले.
पुलिस ने किया खुलासा: बंडा एसडीओपी शिखा सोनी ने बताया कि "'पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की, तो जांच में पता चला कि यूपी के झांसी जिले के मऊरानीपुर का निवासी मृतक रवि राजा सिंह परिहार छतरपुर के सिविल लाइन इलाके में रहता था. जिसके साथ मारपीट करना पाया गया और स्कार्पियो वाहन मुहारी मौजा में बीला नहर के पास मिला. पुलिस ने 302 का मामला दर्ज कर बारीकी से साक्ष्य जुटाये, तो सामने आया कि मृतक के दोस्त विक्रम सिंह और रवि यादव ने पुलिस और परिजनों को गलत जानकारी दी थी. दोनों की तलाश कर पूछताछ की तो विक्रम सिंह और रवि यादव ने बताया कि विक्रम और रवि राजा का शराब के लेनदेन को लेकर विवाद हो गया था. विक्रम को मृतक के 6 लाख रुपये भी देने थे. इसी के चलते उसने ड्राइवर के साथ उसकी हत्या की साजिश रची थी. पुलिस ने आरोपी विक्रम सिंह और रवि यादव को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया.