सागर। कोरोना की दूसरी लहर में अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के चलते हाहाकार मच गया था. लोग ऑक्सीजन के लिए भटकते हुए दिखाई दे रहे थे. कई को अपनी जान से हाथ भी धोना पड़ा. इन परिस्थितियों के चलते प्रदेश सरकार ने हर जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का फैसला लिया था. इसी कड़ी में सागर जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन का प्लांट स्थापित किया जा रहा है. शनिवार को गुजरात के सूरत शहर के हजीरा से ऑक्सीजन प्लांट सागर जिला चिकित्सालय पहुंचा. बताया जा रहा है कि यह प्लांट अगले हफ्ते काम करना शुरू कर देगा.
तीन दिन में एक हजार किमी का तय किया सफर
जिला चिकित्सालय में लगने वाला प्लांट शनिवार को सागर पहुंचा. गुजरात के हजीरा से ऑक्सीजन टैंक लेकर चले ट्रक चालक रवि कुमार ने बताया कि हजीरा से सागर तक का सफर 1000 किलोमीटर से अधिक का था, जो तीन दिन में पूरा किया गया. उन्होंने बताया कि गुरुवार सुबह 12 बजे हजीरा से चले थे. बड़ौदा, गोधरा, दाहोद से मध्य प्रदेश के झाबुआ, धार, पीथमपुर, इंदौर, भोपाल से होते हुए शाम को सागर पहुंचे.
समय सीमा में काम करना शुरू कर देगा प्लांट
कलेक्टर दीपक सिंह ने जिला चिकित्सालय में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए जिला चिकित्सालय के वार्ड नंबर 3, 4, 5, 6 एवं आईसीयू में पलंगों तक ऑक्सीजन की व्यवस्था करने के लिए जिला चिकित्सालय परिसर में 1000 मीट्रिक टन का ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये थे. उन्होंने बताया कि यह प्लांट तीन दिवस में फिट होकर अपना कार्य करना प्रारंभ कर देगा. ऑक्सीजन प्लांट समय सीमा में तैयार किया गया है.