सागर। कोरोना की दूसरी लहर का कहर देखने के बाद अब तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही हैं. तीसरी लहर की आशंका और खासकर बच्चों के संक्रमित होने के खतरे को देखते हुए सरकार ने अभी से तैयारियां तेज कर दी हैं. वहीं दूसरी तरफ लंबे समय तक कोरोना पॉजिटिव का आंकड़ा रोजाना शून्य रहने के बाद अब फिर से बढ़ने लगा है. हालांकि ये आंकड़ा दहाई को पार नहीं कर पाया है. फिर भी पॉजिटिव मरीज आने के कारण तीसरी लहर की आशंका के चलते तैयारियां तेज कर दी गई हैं. खासकर बच्चों को आईसीयू के अलावा ऑक्सीजन, कोविड बेड की संख्या पर ज्यादा से ज्यादा फोकस किया जा रहा है.
इकलौते मेडिकल कॉलेज पर संभाग का भार
सागर संभाग में छह जिले हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेज सिर्फ सागर में स्थित है. कोरोना के संक्रमण के चलते पूरे संभाग का का भार बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर पर आ जाता है. ऐसी स्थिति में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते तैयारियां तेज कर दी गई हैं. इलाज के अलावा टेस्टिंग के लिए पूरे बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में एकमात्र वायरोलॉजी लैब भी बुंदेलखंड मेडिकल कालेज में कार्यरत है, जो कि फिलहाल पूरी क्षमता के साथ टेस्टिंग कर रही है.
फिर बढ़ने लगे पॉजिटिव आंकड़े
सागर में जून माह में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में तेजी से गिरावट आना शुरू हुई थी. जून के अंत तक यह संख्या शून्य पॉजिटिव केस तक पहुंच गई थी और लंबे समय तक रोजाना पॉजिटिव केस की संख्या शून्य ही रही. पिछले एक हफ्ते से कोरोना संदिग्ध मरीजों की पॉजिटिव रिपोर्ट आना शुरू हो गई है. हालांकि यह आंकड़ा दहाई तक नहीं पहुंचा है, लेकिन करीब एक महीने तक शून्य पॉजिटिव केस आने के बाद फिर से पॉजिटिव केस आने के कारण तीसरी लहर की आशंका जताई जाने लगी हैं. विशेषज्ञ भी मानकर चल रहे हैं कि तीसरी लहर को लेकर आगामी अगस्त और सितंबर माह में सतर्क रहने की जरूरत है.
दिनांक | पॉजिटिव रिपोर्ट |
21 जुलाई | 0 |
22 | 1 |
23 | 2 |
24 | 3 |
25 | 0 |
26 | 0 |
27 | 2 |
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में तीसरी लहर को लेकर तैयारियां
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. एसके पिप्पल का कहना है कि दूसरी लहर में काफी ज्यादा संक्रमण होने के बावजूद बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज ने अपनी पूरी क्षमता के साथ पूरे संभाग के मरीजों का इलाज किया है. तीसरी लहर की जो आशंका जताई जा रही हैं और खासकर बच्चों के संक्रमित होने का खतरा जताया जा रहा है. उसको लेकर हमने तैयारियां तेज कर दी हैं, हालांकि पॉजिटिव केस की संख्या काफी कम है.
इन तैयारियों पर फोकस
- बच्चों में संक्रमण के खतरे को देखते हुए 30 बेड के आईसीयू का प्रस्ताव शासन को भेजा.
- चाइल्ड आईसीयू में 30 बेड (10 एसएनसीयू + 20 पीआईसीयू).
- कोविड मरीजों को 60 बेड आरक्षित.
- कोविड पेशेंट के लिए 560 बेडकी क्षमता के साथ एक और वार्ड किया जा रहा तैयार.
- फ्लू ओपीडी अभी भी कार्यरत.
- वायरोलॉजी लैब में पूरी तैयारी के साथ हो रही टेस्टिंग.