भोपाल: दूसरे लोगों के बारे में नहीं जानता हूं, मेरे जीवन के लिए दशरथ नंदन ही खास हैं. शायर अंजुम बाराबंकी के ये अशआर असल में भगवान राम के लिए उनके अहसास भी हैं. अवध से ताल्लुक रखने वाले शायर बाराबंकी ने भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर दशरथ नंदन को समर्पित एक गज़ल लिखी. जो उनके मुताबिक दशरथनंदन पर इस तरह लिखी गई, अपनी तरह की पहली गज़ल है. खास बात ये है कि उनकी इस गज़ल को पीएम मोदी ने ना सिर्फ पसंद किया बल्कि खत लिखकर शायर अंजुब बाराबंकी को बधाई भी दी. अंजुम बाराबांकी ने ये गज़ल पीएम मोदी को भेजी थी. जिसके जवाब में पीएम ने लिखा राम गज़ल में आपने प्रभु राम के प्रति अपने प्रेम को बहुत ही सुंदर ढंग से दर्शाया है."
पीएम मोदी ने दो बार पूछा, वो चिट्ठी गई की नहीं
भगवान राम पर जो गज़ल शायर अंजुम बाराबंकी ने पीएम मोदी को भेजी थी. वे बताते हैं, मुझे लगा कि दशरथ नंदन पर मैंने जो गज़ल लिखी है, मुझे ये पीएम मोदी को भेजनी चाहिए, तो मैंने गज़ल उन्हें भेज दी. उन्होंने कहा कि सच में जो मोहब्बत पीएम मोदी ने भेजी. ये पूरा वाकया कहानी की तरह से हो गया, हुआ यूं कि मैं तो अपने दोस्त के साथ बैठा था, तब मोबाइल पर फोन आया कि पीएमओ ऑफिस से बोल रहे हैं. पहली मर्तबा दिल्ली का नंबर देखकर मैंने यूं नहीं उठाया कि कंपनी वालों का होगा. फिर उठाया तो कहा कि पीएमओ से बोल रहे हैं.
उन्होंने मुझसे मेरी ईमेल आईडी मांगी, कहा कि आपका मेल बाउंस हो रहा है. सही मेल आईडी दीजिए, मैंने उन्हें आईडी दे दी. उन्होंने ही मुझे बताया कि पीएम मोदी दो बार पूछ चुके हैं आपको मेल गया कि नहीं. बस मैंने मेल आईडी दी. इसके तुरंत बाद मेरे पास पीएम मोदी का खत मेल के जरिए आ गया. फिर उसके बाद दो दिन के अंदर बाय पोस्ट चिट्ठी भी आ गई.
![Ram Ghazal of Anjum Barabanki](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/03-02-2025/23465096_bhopal-ram-gajal.jpg)
अंजुम कहते हैं देखिए पीएम साहब को पांच हजार से ज्यादा लोग चिट्ठियां लिखते होंगे. उन्होंने इतनी मोहब्बत से हमें रिस्पांस किया. ये मेरे लिए कितनी बड़ी बात है. ये ऐसा है कि किसी को अचानक बहुत सा पैसा मिल जाए."
![ANJUM BARABANKVI POETRY ON LORD RAM](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/03-02-2025/23465096_dddd.jpeg)
शायर अंजुम को पीएम मोदी ने लिखी ये बड़ी बात
पीएम मोदी ने शायर अंजुम बाराबंकी को लिखा कि "अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा पूरी होने पर आपने अपनी प्रसन्नता को आपने राम गज़ल लिखकर अभिव्यक्त किया. उसके लिए धन्यवाद. उन्होंने लिखा कि राम गज़ल में आपने प्रभु श्री राम के लिए अपने प्रेम को बहुत सुंदर ढंग से व्यक्त किया है."
![Ram Ghazal of Anjum Barabanki](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/03-02-2025/23465096_bhopal-ram-gajal-2.jpg)
जून में लिखी ये गज़ल हर मंच पर सराही गई
अंजुम बाराबंकी कहते हैं, "देखिए देवकी नंदन पर खूब लिखा गया है. दशरथनंदन पर गज़ल नहीं कही गई. मैंने ये गज़ल जून में लिख ली थी, लेकिन उसके बाद जब-जब मंच पर इसे पढ़ा, इसे बहुत सराहा गया. मुंबई में खूब नवाजा गया. तभी मुझे लगा कि इस गज़ल को पीएम मोदी को भी भेजेंगे. मैंने इस गज़ल में अपने अहसास को तो बयानी दी ही है. पूरी गज़ल का हर शेर एक नई दृष्टि भगवान राम को देखने की देता है."
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राम पर लगातार लिख रहे हैं अंजुम
शायर अंजुम कहते हैं देखिए ये मेरे जज्बात हैं. भगवान राम को लेकर जो मैंने व्यक्त किए हैं. मैं इसे गलत नहीं मानता. कोई इसे किस तरह से लेता है, मैं इसकी भी परवाह नहीं करता. ये अकेली गज़ल नहीं है, इसके पहले मैंने लिखा था.