सागर। मध्यप्रदेश में बुंदेलखंड क्षेत्र का सागर ऐसा जिला है, जहां से एक नहीं बल्कि तीन-तीन कद्दावर मंत्री शिवराज मंत्रिमंडल में हैं. ये मंत्री शिवराज सरकार के दिग्गजों में शुमार किए जाते हैं. पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव, नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह और राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत मंत्री हैं. भारी-भरकम विभागों के मंत्री होने के कारण ये तीनों मंत्री ज्यादा वक्त भोपाल में बिताते हैं. क्षेत्र में इन मंत्रियों को कम समय देने का मौका मिलता है. ऐसी स्थिति में अब जब चुनाव नजदीक है, तब इनके विधानसभा क्षेत्र में मंत्रियों की पत्नियां और बहुएं चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुए हैं.
घर की बहुएं समझने लगी सियासत : तीनों मंत्रियों की पत्नियां व बहुएं धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों के जरिए जहां अपनी सक्रियता बढ़ा रही हैं तो लोगों से मेलजोल बढ़ाया जा रहा है. कई सरकारी कार्यक्रमों में मंत्रियों की गैरमौजूदगी में उनकी प्रतिनिधि के तौर पर यही लोग मोर्चा संभालती हैं. मंत्री गोपाल भार्गव की पुत्रवधू शिल्पी अभिषेक भार्गव ने जहां सियासी गलियारों में सक्रियता बढ़ा दी है तो मंत्री भूपेंद्र सिंह की पत्नी सरोज सिंह विधानसभा क्षेत्र में प्रचार प्रचार की कमान संभाले हुए हैं. दूसरी तरफ मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की पत्नी जो काफी धार्मिक और सामाजिक रूप से सक्रिय रहती हैं. वह भी सुरखी विधानसभा क्षेत्र में काफी सक्रिय हैं.
पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव की बहू की सक्रियता : बुंदेलखंड ही नहीं मध्यप्रदेश के सबसे वरिष्ठ विधायक और मंत्री गोपाल भार्गव की पत्नी रेखा भार्गव वैसे तो सियासी मसलों से दूर ही रहती हैं और सामाजिक या धार्मिक कार्यक्रमों में ज्यादा नजर आती हैं, लेकिन उनकी पुत्रवधु शिल्पी भाार्गव ने पिछले कुछ महीनों से विधानसभा क्षेत्र रहली में सक्रियता बढ़ा दी है. शिल्पी मंत्री गोपाल भार्गव के पुत्र अभिषेक भार्गव की पत्नी हैं. शिल्पी भार्गव अपने बच्चों की जिम्मेदारी निभाने के अलावा रहली में ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं और बच्चों से संबंधित समस्याओं के लेकर सक्रिय हैं. पति अभिषेक भार्गव कोई जिम्मेदारी उन्हें सौंपते हैं तो वो बखूबी निभाती हैं. पिछले दिनों जब अभिषेक भार्गव ने एक अनाथ बच्चे की पढ़ाई- लिखाई और तमाम जिम्मेदारी अपने सिर पर लेने का फैसला किया तो शिल्पी भार्गव ने ये जिम्मेदारी अपने सिर ली.
मंत्री भूपेन्द्र सिंह की पत्नी सरोज सिंह भी सक्रिय : नगरीय प्रशाासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह की बात करें तो उनकी पत्नी सरोज सिंह पिछले कुछ महीनों से विधानसा क्षेत्र सुरखी में सक्रिय हैं. सरोज सिंह सागर जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी हैं और राजनीतिक और प्रशासनिक कार्यक्रमों के प्रोटोकाल से भलीभांति वाकिफ हैं. ऐसे में जहां मंत्री भूपेन्द्र सिंह अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा पाते हैं तो सरोज सिंह उनकी प्रतिनिधि के तौर सरकारी कार्यक्रमों में भी शिरकत करती हैं. पिछले दिनों खुरई में हुए सामूहिक विवाह में सरोज सिंह और गोविंद सिंह ने दलित बेटी आरती अहिरवार का कन्यादान लिया.
मंत्री गोविंद सिंह की पत्नी भी एक्टिव : राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की बात करें तो उनकी पत्नी सविता सिंह राजपूत सागर जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी हैं और सियासी गतिविधियों से बहुत अच्छी तरह से वाकिफ हैं. विधानसभा क्षेत्र सुरखी में उनकी छवि एक धर्मपरायण महिला की है और वो धार्मिक कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती हैं. उनकी सहजता और सरलता की चर्चा पूरे विधानसभा क्षेत्र में होती है. हाल ही में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत द्वारा कराए गए श्री राम नाम जप महायज्ञ और पंडित धीरेन्द्र शास्त्री की श्री हनुमंत कथा में वह काफी सक्रिय नजर आईं. हाल ही मे गोविंद सिंह राजपूत द्वारा कराए गए सामूहिक विवाह सम्मेलन में उन्होंने बुंदेली विवाह गीत गाकर काफी सुर्खियां बटोरी थीं.