सागर। शासन द्वारा गरीबों के उत्थान के लिए अनेकों योजनाएं संचालित की जा रही हैं, लॉकडाउन में भी सरकार गरीबों के सहायतार्थ निःशुल्क राशन का वितरण कर रही थी, लेकिन राशन विक्रेताओं की मनमानी और अधिकारियों की लापरवाही के कारण सैकड़ों गरीब राशन से वंचित रह गए. ऐसा ही हाल खाद्य एवं सहकारिता मंत्री के गृह जिले सागर के रहली का है. जहां आज भी गरीब राशन के लिए दर-दर भटक रहे हैं.
रहली ब्लॉक के सैकड़ों गरीब राशन से सालों से वंचित हैं. इनके पास गरीबी रेखा का कार्ड तो है लेकिन तीन साल बाद भी राशन पर्ची जारी नहीं होने के कारण इन्हें राशन नहीं मिल रहा है और रोजाना दफ्तरों के चक्कर काटकर परेशान हो रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. भैसा ग्राम के एक दर्जन लोग राशन नहीं मिलने की शिकायत लेकर खाद्य आफिस पहुंचते हैं, लेकिन दफ्तर में खाद्य अधिकारी के नहीं मिलने से निराश होकर गांव लौट आते हैं. इन हितग्राहियों में कोई चार साल से राशन नहीं मिलने से परेशान है तो कोई पिछले चार महीने से राशन के लिए चक्कर काट रहा है.
दूरदराज से रोजाना ये ग्रामीण फूड ऑफिस इसी आस में पहुंचते हैं कि आज तो इनकी समस्या का हल हो जाएगा, लेकिन रोजाना मायूसी ही हाथ लगती है. खाद्य ऑफिस में या तो कोई अधिकारी नहीं होता या फिर ताला ही लगा मिलता है. आज इन ग्रामीणों ने जिला पंचायत सदस्य ज्योति पटेल को अपनी समस्या को रू-ब-रू कराया.
जिला पंचायत सदस्य ने कहा कि क्षेत्र में राशन वितरण में भारी अनिमितताएं चल रही हैं. जिसकी शिकायत वो कलेक्टर से करेंगी.