सागर। जिले में बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की फसलें बर्बाद कर दी हैं. जिससे अन्नदाता के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही हैं. किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है. जिसे लेकर अन्नदाता सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं.
- बारिश और ओलावृष्टि बर्बाद की फसलें
मंगलवार के दिन प्रदेश के कई इलाकों में हुई बारिश और ओलावृष्टि का असर सागर जिले में देखने को मिला. सागर जिले के देवरी और बंडा विधानसभा क्षेत्र में फसलें लगभग पूरी तरह से चौपट हो गई हैं. इसी कड़ी में आज बंडा के किसानों ने एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए फसलों का सर्वे कराकर मुआवजे की मांग की है. किसानों का कहना है कि अगर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया, तो आगे वो उग्र आंदोलन करेंगे.
- एसडीएम कार्यालय के सामने किसानों ने की नारेबाजी
16 फरवरी मंगलवार को बंडा इलाके में शाम के वक्त बारिश और ओलावृष्टि के कारण सैकड़ों गांव में फसल चौपट हो गई है. बारिश और ओलावृष्टि से परेशान बंडा के किसानों ने आज एसडीएम कार्यालय में प्रदर्शन किया और तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते हुए चौपट फसलों का जल्द सर्वे कराकर मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है. किसानों का कहना है कि विधानसभा क्षेत्र के कई गांव में मसूर और चना की फसल कटकर खेतों में रखी गई थी, जो ओले और बारिश के कारण नष्ट हो गई हैं. वहीं गेहूं की फसल, सब्जियां और फल भी नष्ट हो गए हैं.
जिले में बरपा बारिश और ओलावृष्टि का कहर, किसानों की टूटी कमर
- किसानों ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
किसानों का नेतृत्व कर रहे लंबरदार लोकेंद्र सिंह ने कहा है कि प्राकृतिक आपदा के कारण भूखे मरने की स्थिति में किसान पहुंच गया है. ऐसे में शासन प्रशासन को चाहिए कि खेतों में पहुंचकर नुकसान का सर्वे कर किसानों की मदद करें. किसानों ने एसडीएम के नाम ज्ञापन सौंपते हुए कहा है कि अगर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया, तो उन्हें मजबूर होकर उग्र आंदोलन करना पड़ेगा.