रीवा। वैसे तो पूरा मध्य प्रदेश ही खूबसूरत है और यहां देखने को ऐसा बहुत कुछ है, जिसे निहारने को आपका मन करेगा. व्हाइट टाइगर के लिए दुनिया भर में मशहूर रीवा में प्रकृति की अनुपम छटा इसे बेहद खास बनाती है.
सिरमौर क्षेत्र में घिनोचि धाम स्थित है...जिसे पियावन के नाम से भी जाना जाता है. जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर रीवा डभौरा सड़क मार्ग पर स्थित घिनौचि धाम जमीन से तकरीबन 200 फीट नीचे और 800 फीट चौड़े पहाड़ से घिरा हुआ है.
घिनोचि धाम दो अद्भुत प्राकृतिक झरनो का संगम है जो भगवान भोलेनाथ का निरंतर जलाभिषेक करते हैं. प्रकृति के इस खूबसूरत नजारे को देखने के लिए सैकड़ों की तादाद में पर्यटक दूर-दूर से पहुंचते हैं. प्रकृति के इस विहंगम नजारे को देखना बहुत रोमांचकारी हैं.
घिनौचि धाम में शिवलिंग और चट्टानों में प्राचीन प्रागैतिहासिक शैल चित्र भी देखे जा सकते हैं जो क्षेत्र की गौरव गाथा का बखान करते हैं. यहां दो प्रमुख सर्पीलाकार चट्टानें हैं जो अपने आप में ही अद्भुत छटा को बिखेरती हैं. घाटी की सुरक्षा की जिम्मेदारी वन विभाग को सौंपी गई है.
सर्पीलाकार चट्टानें, सुंदर पहाड़ और झरने से घिरी वादियां यहां की सुंदरता को चार चांद लगाती हैं. वन विभाग द्वारा घिनोचि धाम और टोंस वाटरफॉल को मध्य प्रदेश पर्यटन में शामिल करने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है.