रीवा। समाज की सेवा करने का ऐसा नशा शायद आपने कभी नहीं देखा होगा, लेकिन रीवा के रहने वाले एक समाज सेवी ने लोगों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूकता अभियान के तहत एक ऐसी ही अनोखी पहल की है. दरअसल समाज सेवी सुजीत द्विवेदी पिछले कई सालों से समाज सेवा के कार्य से जुड़े हैं और नशा मुक्ति को लेकर वह अक्सर अपने परिवार के साथ मिलकर तरह-तरह के अभियान चलाते हैं. इस बार उन्होंने लोगों को नशे से दूर रहने के लिए एक अनोखी पहल की है, उन्होंने अपनी पत्नि, बेटी सहित परिवार के अन्य सदस्यों के साथ ओवर ब्रिज के नीचे बैठकर लोगों के जूतों में फ्री की बूट पॉलिश की और नशे से दूर रहने की सलाह दी.
समाज सेवी परिवार की अनोखी पहल: समाज सेवी सुजीत द्विवेदी शहर के पद्मधर कॉलोनी के रहने वाले हैं और शहीद भगत सिंह सेवा समिति के अध्यक्ष हैं. सुजीत पिछले 20 वर्षों से भारत को नशा मुक्त बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर चुके हैं और सारा जीवन उन्होंने एक धोती के सहारे व्यतीत करने का संकल्प भी ले रखा है. समाज सेवी का मात्र एक लक्ष्य है कि कैसे भी हो समाज को नशे से दूर रखना है. इस नेक कार्य में उन्हें परिवार का भी भरपूर सहयोग मिलता है. पीछले कई सालों से अब तक वह तरह-तरह के नशा मुक्ति आभियान चला चुके हैं, जिसमे नशे से दूर रहने के लिए लोगों को जागरूक किया जाता है. समाज सेवी सुजीत अबतक 18,500 से भी ज्यादा लोगों को नशा से मुक्ती दिलाने कामयाब भी हुए हैं.
नशा मुक्ती के लिए चलाया अनोखा जारुकता आभियान: बीते दो दिन पूर्व अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस के अवसर पर शहीद भगत सिंह सेवा समिति के द्वारा "एक युद्ध नशे के विरुद्ध" कार्यक्रम के तहत जागरूकता अभियान चलाया गया था और इसी अभियान के तहत समाज सेवी सुजीत ने अनोखी पहल की शुरुआत की. समाज सेवी सुजीत ने परिवार के साथ ओवर ब्रिज के नीचे बैठकर लोगों के जूतो में फ्री की बूट पॉलिश की और नशे के विरूद्ध लोगों को जागरूक भी किया.
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परिवार ने की जूतों में पॉलिश कहा नशे से रहे दूर: इस जागरूकता आभियान में समाजसेवी सुजीत द्विवेदी उनकी पत्नी उमा द्विवेदी और बेटी वसुंधरा ने भी बूट पॉलिश कर लोगों से नशा न करने का अनुरोध किया. सुजीत ने कहा कि "आज हमारे देश का नौजवान शराब सिगरेट गांजा गुटका तंबाकू कोरेक्स नशे के इंजेक्शन और नशे की गोलियों का नशा करके अपने जीवन को खत्म कर रहा है. बच्चों की जिंदगी को बचाने के लिए हमें किसी भी हद तक जाना पड़े, हम जाएंगे. नशा मुक्ति के लिए उसके हमें बूट पॉलिश करना पड़े, चाहे चरण धोना पड़े, चाहे भूखे मरना पड़े, लेकिन हर हाल में बच्चों के भविष्य को बचाना होगा."
खुद की शादी में बराती और घरातियों को सपथ दिला चुकी हैं वसुंधरा: आपको बता दें की समाज सेवी सुजीत द्विवेदी से प्रेरित होकर उनकी बेटी वसुंधरा ने भी पिता के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना शुरु कर दिया है और नशे से दूरी बनाए रखने के लिए लोगों के बीच जाकर उन्हें जागरूक करती हैं. बीते 5 जून को वसुंधरा का विवाह संपन्न हुआ था और विदाई के दौरान उसने घराती और बराती पक्ष को नशे से दूर रहने की सपथ दिलाई थी. विदाई के दौरान सपथ दिलाने का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था और लोगों ने रीवा की बेटी की जमकर तारीफ की थी. वसुंधरा ने कई बार अपना खून देकर लोगों की जान भी बचाई है और अब एक बार फिर द्विवेदी परिवार ने समाज की बेहतरी के लिए लोगों के जूतों में फ्री की बूट पॉलिश की है, जिसका विडियो भी अब सोशल मीडिया में खूब सुर्खियां बटोर रहा है.