रीवा। नगरीय निकाय चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू है. ऐसे में कांट्रेक्टर द्वारा फ्लाई ओवर का लोकार्पण सवालों के घेरे में है. आचार संहिता के बीच 34 करोड़ के रेलवे फ्लाई ओवर का लोकार्पण कर दिया गया. रीवा में सबसे पहला फ्लाईओवर शहर के सबसे भीड़भाड़ वाले इलाके सिरमौर चौराहे के बीच बनकर तैयार हुआ. शहर में लगातार बढ़ती आबादी और भीड़ के चलते चौराहों पर फ्लाईओवर की मांग बढ़ती गई और बाद में पहला फ्लाईओवर बनने के बाद दूसरा फ्लाईओवर ब्रिज रीवा शहर के रतहरा स्थित नए बस स्टैंड के समीप बनकर तैयार हुआ.
डेढ़ साल देरी से बना फ्लाईओवर : ललितपुर को सिंगरौली से जोड़ने वाले रीवा रेलवे स्टेशन के समीप एक और यानी तीसरे फ्लाईओवर की स्वीकृति केंद्र सरकार द्वारा विगत वर्ष प्राप्त हुई थी. इस फ्लाईओवर के बनकर तैयार होने की समय सीमा लगभग 28 महीने थी, लेकिन यह फ्लाईओवर तकरीबन डेढ़ वर्ष की देरी से बनकर तैयार हुआ. इसका लोकार्पण निर्माण करने वाले विजय कुमार मिश्रा प्राइवेट लिमिटेड कंट्रक्शन कंपनी के एमडी विजय मिश्रा द्वारा कर दिया गया.
चुनाव के बाद विधिवत उद्घाटन होगा : फ्लाईओवर अब सवालों के घेरे में है. कंस्ट्रक्शन कंपनी के एमडी विजय कुमार मिश्रा का कहना है कि इस फ्लाईओवर का निर्माण कार्य उनके द्वारा कराया गया है. चुनावों के चलते आचार संहिता लागू है. जिसके कारण उनके द्वारा फ्लाईओवर को जनता के लिए समर्पित किया गया है. उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद विधिवत इस फ्लाईओवर का लोकार्पण शासन और प्रशासन की मौजूदगी में किया जाएगा.
विपक्ष करेगा निर्वाचन आयोग से शिकायत : इस पूरे मामले को लेकर जब जिला ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष राकेश तिवारी से बात की गई तो उनका कहना है कि फ्लाईओवर लोकार्पण में कोई नेता या शासकीय कर्मचारी उपस्थित नहीं थे. इसलिए यह आचार संहिता के उल्लंघन में नहीं आता. फिर भी उनकी ओर से इस पूरे मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की जाएगी. (Contractor inaugurated railway flyover) (code of conduct inaugurated flyover) (Question on flyover in rewa)