मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी राजेन्द्र वर्मा ने बताया कि जावरा की दीपिका पांचाल ने दोपहर में एक लड़के को जन्म दिया था. जबकि रतलाम की नीलोफर ने एक लड़की को जन्म दिया. प्रसूता दीपिका का ब्लड ओ-निगेटिव होने से उसके बच्चे को पीएच लेवल टेस्ट के लिए उसी वार्ड में लाया गया था. जिसमें नीलोफर पहले से मौजूद थी, वहीं प्रसूता के साथ आयी महिला ने उस वार्ड में बच्चे को देखकर बदलने की आशंका जताते हुए अस्पताल में हंगामा शुरु कर दिया.
मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन के रिकार्ड में बच्चों के डिलीवरी रजिस्टर और बच्चों के फुटप्रिंट के आधार पर परिजनों को संतुष्ट कर मामला शांत कराया. बहरहाल बच्चा बदलने की इस आशंका में अस्पताल परिसर में करीब दो घंटे के हंगामा चला. जिसने अस्पताल की व्यवस्थओं की पोल खोल कर रख दी.