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रतलामः प्रसूता के परिजनों ने बच्चा बदलने का आरोप लगाकर अस्पताल में किया हंगामा

रतलाम। शहर के एमसीएच अस्पताल में नवजात बच्चा बदलने की आशंका में प्रसूता के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. मामले की सूचना मिलते ही सीएसपी और तहसीदार अस्पताल पहुंचे. जहां उन्होंने महिला के परिजनों को जांच का आश्वसन देते हुए मामले को शांत कराया.

प्रसूता के परिजनों ने बच्चा बदलने का आरोप लगाकर अस्पताल में किया हंगामा
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Published : Mar 27, 2019, 3:45 AM IST

मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी राजेन्द्र वर्मा ने बताया कि जावरा की दीपिका पांचाल ने दोपहर में एक लड़के को जन्म दिया था. जबकि रतलाम की नीलोफर ने एक लड़की को जन्म दिया. प्रसूता दीपिका का ब्लड ओ-निगेटिव होने से उसके बच्चे को पीएच लेवल टेस्ट के लिए उसी वार्ड में लाया गया था. जिसमें नीलोफर पहले से मौजूद थी, वहीं प्रसूता के साथ आयी महिला ने उस वार्ड में बच्चे को देखकर बदलने की आशंका जताते हुए अस्पताल में हंगामा शुरु कर दिया.

प्रसूता के परिजनों ने बच्चा बदलने का आरोप लगाकर अस्पताल में किया हंगामा

मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन के रिकार्ड में बच्चों के डिलीवरी रजिस्टर और बच्चों के फुटप्रिंट के आधार पर परिजनों को संतुष्ट कर मामला शांत कराया. बहरहाल बच्चा बदलने की इस आशंका में अस्पताल परिसर में करीब दो घंटे के हंगामा चला. जिसने अस्पताल की व्यवस्थओं की पोल खोल कर रख दी.

मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी राजेन्द्र वर्मा ने बताया कि जावरा की दीपिका पांचाल ने दोपहर में एक लड़के को जन्म दिया था. जबकि रतलाम की नीलोफर ने एक लड़की को जन्म दिया. प्रसूता दीपिका का ब्लड ओ-निगेटिव होने से उसके बच्चे को पीएच लेवल टेस्ट के लिए उसी वार्ड में लाया गया था. जिसमें नीलोफर पहले से मौजूद थी, वहीं प्रसूता के साथ आयी महिला ने उस वार्ड में बच्चे को देखकर बदलने की आशंका जताते हुए अस्पताल में हंगामा शुरु कर दिया.

प्रसूता के परिजनों ने बच्चा बदलने का आरोप लगाकर अस्पताल में किया हंगामा

मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन के रिकार्ड में बच्चों के डिलीवरी रजिस्टर और बच्चों के फुटप्रिंट के आधार पर परिजनों को संतुष्ट कर मामला शांत कराया. बहरहाल बच्चा बदलने की इस आशंका में अस्पताल परिसर में करीब दो घंटे के हंगामा चला. जिसने अस्पताल की व्यवस्थओं की पोल खोल कर रख दी.

Intro:रतलाम के एमसीएच अस्पताल में नवजात बच्चा बदलने की आशंका में बच्चे के परिजनों ने 2 घंटो तक हंगामा किया.मामला बढ़ने पर सीएसपी और तहसीलदार अस्पताल पहुँचे और परिजनों से बात कर मामला शांत कराया.रतलाम की नीलोफर को शाम 4 बजे डिलेवरी हुई थी प्रसूता के साथ पहुँची महिला ने वार्ड में एक अन्य नवजात लड़के को देखा था जब प्रसूता को एक नवजात बच्ची को सौंपा गया तो परिजनों ने बच्चा बदलने की आशंका में हंगामा कर दिया .


Body:मामले की जाँच करने पहुँचे पुलिस अधिकारी ने बताया कि जावरा की अन्य प्रसूता दीपिका पांचाल को दोपहर 3 :37 बजे एक लड़का डिलीवर हुआ था.इसी दौरान रतलाम की नीलोफर को भी 3:54 पर एक लड़की डिलेवरी हुई . प्रसूता दीपिका का ब्लड ओ नेगेटिव होने से उसके बच्चे को ph लेवल टेस्ट के लिये वार्ड में लाया गया था.रतलाम की प्रसूता नीलोफर के साथ पहुँची महिला ने वार्ड में नवजात लड़के को देखा था जिसके बाद एक नवजात बच्ची को सौंपे जाने पर नीलोफर के परिजनों ने बच्चा बदलने की आशंका में हंगामा कर दिया . विवाद बढ़ने पर सीएसपी मानसिंह ठाकुर और तहसीलदार गोपाल सोनी मौके पर पहुंचे और दोनों ही बच्चों के परिजनों से चर्चा कर मामला शांत कराया अस्पताल प्रबंधन के रिकॉर्ड में बच्चों के डिलीवरी रजिस्टर और बच्चों के फुटप्रिंट के आधार पर परिजनों को संतुष्ट कर मामला शांत कराया मामले की गंभीरता को देख डॉक्टरों ने परिजनों को डीएनए परीक्षण कराने का विकल्प भी बताया लेकिन अंत में दोनों ही बच्चों के परिजन अपने अपने बच्चे को अपनाने को तैयार हो गए


Conclusion:बहरहाल बच्चा बदलने के इस कंफ्यूजन में जिले के एमसीएच अस्पताल में 2 घंटे तक हंगामा चलता रहा और अंत में पुलिस प्रशासन की समझाइश के बाद आशंकित परिजन मान गए लेकिन बच्चा बदलने की घटना ने अस्पताल प्रबंधन की लचर व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी है---

बाइट-01&02-राजेन्द्र वर्मा(टीआई स्टेशन रोड़ थाना)
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