राजगढ़। मजदूरों का पलायन अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. मजदूर पैदल ही अपने घर की ओर चल पड़े हैं. राजगढ़ जिले में गुजरात, महाराष्ट्र से निकलकर उत्तर प्रदेश की ओर जाने वाले मजदूरों का पलायन अभी भी जारी है. मध्यप्रदेश से निकलने वाले मजदूरों को ना सिर्फ अच्छा सत्कार मिल रहा है, बल्कि वह इस सेवा भाव से खुश भी हैं. लॉकडाउन में लगातार चलने के दौरान मजदूर महाराष्ट्र और गुजरात में खाने के लिए तरस गए थे. एक मजदूर ने बताया कि, उन्हें महाराष्ट्र में ठीक से खाने के लिए कुछ भी नहीं मिला, लेकिन जैसे ही मध्यप्रदेश की सीमा में पहुंचे वैसे ही उन्हें भरपेट खाना खाया.
मजदूर ने कहा कि, मध्य प्रदेश का सत्कार काफी अच्छा लगा है. लोगों ने मजदूरों की मदद की, वो काबिले तारीफ है. मजदूर कमलेश अपने घर उत्तर प्रदेश जा रहे थे. लेकिन उन्हें कहीं भी किसी भी प्रकार की कोई खाने पीने की व्यवस्था नहीं मिली. सफर के दौरान उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने जैसे ही मध्यप्रदेश में प्रवेश किया, उन्हें 5 से 7 किलोमीटर के अंदर ही ना सिर्फ खाना मिला, बल्कि चप्पल भी दी गई, ताकि सफर आसान हो सके.
मजदूर कमलेश ने कहा कि, मध्यप्रदेश के इस सत्कार को जिंदगी भर नहीं भूलेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि समाजसेवियों द्वारा दी गई चप्पल को वो जिंदगी भर अपने पास सुरक्षित रखेंगे, ताकि लोगों को दिखा सकें कि, किस तरह लॉकडाउन के मुसीबत के समय में राजगढ़ जिले में यह चप्पल दी गई थी, कमलेश ने कहा कि, मैं हमेशा मध्यप्रदेश का धन्यवाद करूंगा.