राजगढ़। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में मंगलवार को एक बार फिर तीन नए मरीज मिले हैं. इनमें से एक वो कर्मचारी है, जो ब्यावरा तहसीलदार एआर चिरामन का खाना बनाता था. वहीं दूसरा मरीज सुठालिया रोड क्षेत्र में रहने वाला युवक है और एक महिला कासरोद गांव की है. इसी के साथ जिले में कोरोना पॉजिटिव केसाें की संख्या 49 हो गई. तहसीलदार का खाना बनाने वाले कर्मचारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर तहसीलदार ने अपना सैंपल जांच के लिए दिया है. वहीं आज पांच लोगों ने कोरोना से जंग जीती है, जिन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया.
ब्यावरा तहसीलदार एआर चिरामन का खाना बनाने वाला कर्मचारी वार्ड नंबर 12 में रहता है और तहसील में चौकीदार है. वो तहसीलदार के क्वार्टर पर फिलहाल कार्यरत है. पिछले दिनों कांट्रेक्ट हिस्ट्री के आधार पर इसके सैंपल लिए गए थे. 13 जून को इंदौर नाका क्षेत्र में चाय की दुकान चलाने वाला जो युवक पॉजिटिव मिला था, उसकी दुकान पर ये चाय पीने के के लिए जाता था. इसके आलावा वार्ड 10 निवासी एक युवक की पॉजिटिव आई है. इस क्षेत्र से 12 जून को एक बुजुर्ग की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनके सैंपल लिए गए थे. इसके अलावा तीसरा केस नरसिंहगढ़ तहसील क्षेत्र के कासरोद गांव का है. यहां पर एक महिला पॉजिटिव मिली है. 14 जून को शुजालपुर अस्पताल का एक कर्मचारी पॉजिटिव निकला था, यह महिला उसकी भाभी बताई जा रही है.
पांच कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने पर किया गया डिस्चार्ज
मंगलवार को जहां तीन मरीज पॉजिटिव आए हैं, वहीं राहत भरी खबर ये रही कि पांच कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने के बाद उन्हें जिला अस्पताल से छुटटी दे दी गई. मंगलवार सुबह के समय पांच मरीजों के पूरी तरह से स्वस्थ होने पर आईसोलेशन वार्ड से सम्मान के साथ विदा किया गया. जिन पांच मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है, उसमें दो जिला अस्पताल की स्टॉफ नर्स हैं. इसके अलावा जिला मुख्यालय स्थित शंकर कॉलोनी में रहने वाला एक 12 वर्षीय बालक और उसकी मां शामिल हैं, जबकि एक युवक ब्यावरा के शिवाजी नगर का रहने वाला है.
जिले में कोरोना के कुल 49 केस
जिले में अभी तक कोरोना के कुल 49 केस हो चुके हैं, जिनमें 21 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है और चार लोगों की मृत्यु हो चुकी है. इसके अलावा 24 एक्टिव केस हैं, जिनका इलाज जिला अस्पताल समेत भोपाल में चल रहा है.