राजगढ़। पूरा देश इस समय जहां कोरोना वायरस से प्रभावित है और इसके मरीजों की संख्या अब दो लाख के पार हो चुकी है, वहीं संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. राजगढ़ जिले में भी जहां संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. मार्च के महीने में भारत सरकार द्वारा लॉकडाउन की घोषणा की गई थी और पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया था, चार चरणों में चला ये लॉकडाउन 30 मई को समाप्त हो गया, लेकिन इस लॉकडाउन में जहां कई नकारात्मक पक्ष देखने को मिले, जिसमें बेरोजगारी, मजदूरों का पलायन. साथ ही इस लॉकडाउन के कई सकारात्मक पक्ष भी देखने को मिले हैं, चाहे वो प्रकृति का निखार हो या फिर नदियों का स्वच्छ होना हो, नर्मदा से लेकर गंगा तक का जल इस लॉकडाउन की वजह से निर्मल और स्वच्छ हुआ है. वहीं एक ओर ऐसा पक्ष है जिसमें लॉकडाउन का सकारात्मक पक्ष देखने को मिला है.
एक्सीडेंट में भारी कमी आई
लॉकडाउन की वजह से लोगों के इधर से उधर आने में काफी कमी देखी गई थी और लोग लगातार अपने वाहनों का इस्तेमाल कम कर रहे थे, जिससे तेज ड्राइविंग भी कम देखने को मिल रही थी. इसकी वजह से जिले में एक्सीडेंट में भी भारी कमी देखी गई और इस बारे में राजगढ़ यातायात प्रभारी योगेंद्र कुमार मरावी बताते हैं कि राजगढ़ जिले में जहां 2019 में 942 एक्सीडेंट हुए थे, जिनमें से जनवरी से लेकर जून तक लगभग 565 एक्सीडेंट हुए थे, वहीं इस साल जनवरी से लेकर अभी तक 222 एक्सीडेंट हुए हैं जो पिछले साल की तुलना में इस बार 40% कम हैं. वहीं लॉकडाउन के दौरान तो और भी ज्यादा कमी थी, उन्होंने बताया कि पिछले साल जहां जनवरी से जून के बीच 180 लोगों की एक्सीडेंट में मृत्यु हुई थी, इस बार जनवरी से लेकर अभी तक 60 लोगों की मृत्यु हुई है.
मास्क नहीं पहनने पर बने 800 से अधिक चालान
लॉकडाउन के दौरान और लोगों की सुरक्षा के लिए जहां भारत सरकार द्वारा मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है और इसको लेकर पुलिस भी लगातार सजग बनी हुई है, वहीं पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने भी जिले में मास्क नहीं पहनने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं और इसी को देखते हुए यातायात में जो व्यक्ति मास्क नहीं पहनता है और बिना मास्क के गाड़ी चलाते हुए पाया जाता है, उन पर यातायात प्रभारी द्वारा चालानी कार्रवाई की जाती है और जिले में लगभग 800 से अधिक लोगों पर इस लॉकडाउन के दौरान मास्क नहीं पहनने पर कार्रवाई की गई है.